महाराष्ट्र के कोविड अस्पताल में आग लगने से 13 मरीजों की दर्दनाक मौत
दो दिन पहले आक्सीजन की कमी से हुयी थी 24 मरीजों की मौत
न्यूज टुडे नेटवर्क। महाराष्ट्र के एक कोविड अस्पताल में आग लगने से 13 मरीजों की मौत हो गयी। इससे पहले दो दिन पूर्व ही महाराष्ट्र में नासिक के अस्पताल में आक्सीजन खत्म होने से ही 24 मरीजों की मौत हो गयी। यह हृदय विदारक घटना महाराष्ट्र के पालघर जिले के विरार वेस्ट स्थित विजय बल्लभ कोविड सेंट के आईसीयू में हुयी। आग लगने के वक्त आईसीयू में 15 मरीज थे पूरे अस्पताल में 90 मरीज भी भर्ती थे। आग लगने के समय किसी तरह इनमें से आक्सीजन और वेंटिलेटर सपोर्ट पर रह रहे 21 मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ़्ट करा दिया गया। वहीं 13 मरीजों की दर्दनाक मौत हो गयी। घटना आज शुक्रवार सुबह तीन बजे के करीब हुयी। बताया जा रहा है कि एसी में शार्ट सर्किट होने से आग लग गयी। कुछ ही देर में आग बेकाबू हो गयी। जब तक दमकल की गाडि़यां आग बुझाने पहुंची तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया था। दमकल कर्मियों ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सीएम उद्धव ठाकरे ने पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
आरोप- मरीजों को छोड़कर भाग गया स्टाफ
मरीजों के परिजन का आरोप है कि जब आग लगी तब हॉस्पिटल का स्टाफ मरीजों को अंदर छोड़कर बाहर भाग आया था। ऐसे में उन्होंने (परिजन) खुद अंदर जाकर मरीजों को बाहर निकालने की कोशिश की थी। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त ICU में दो नर्स मौजूद थीं। वहीं अस्पताल के CEO दिलीप शाह ने दावा किया कि रात में अस्पताल में डॉक्टर थे। लेकिन उनसे जब पूछा गया कि हादसे के वक्त कुल कितना स्टाफ ड्यूटी पर था तो वे सही आंकड़ा नहीं बता पाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विरार की घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति गहरी संवेदना है। घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं। वहीं, प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजन को 2-2 लाख रुपए देने की घोषणा की है। गंभीर रूप से झुलसे लोगों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे। वहीं, महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंद ने कहा है कि जो भी जिम्मेदार हैं उन पर कार्रवाई जाएगी। महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिजन को 5- 5 लाख रुपए की मदद देने घोषणा की है।
दो दिन पहले भी नासिक में हुआ हादसा
महाराष्ट्र के नासिक में भी बुधवार को सरकारी अस्पताल में बड़ा हादसा हो गया था। यहां नगर निगम के जाकिर हुसैन अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक लीक हो गया। इसे रिपेयर करने में 30 मिनट का वक्त लगा और इतनी देर ऑक्सीजन सप्लाई रोक दी गई। इसके चलते 24 मरीजों की मौत हो गई थी। जिस वक्त ऑक्सीजन सप्लाई रोकी गई, उस वक्त 171 मरीज ऑक्सीजन पर और 67 मरीज वेंटिलेटर पर थे।