कर्नाटक पुलिस ने मैसूर सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को बयान दर्ज कराने के लिए मनाया
इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने मुंबई में पीड़िता के परिवार से मुलाकात की और उसे समझाने में कामयाब रहे।
जांचकर्ताओं ने पीड़िता को अपना बयान दर्ज करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मजिस्ट्रेट के सामने पेश होने का विकल्प दिया है।
सूत्रों ने कहा कि अधिकारी उन्हें जल्द ही आरोपी की व्यक्तिगत रूप से पहचान करने के लिए भी मनाएंगे। वह पहले ही तस्वीरों में अपराधियों की पहचान कर चुकी है।
यह घटना 24 अगस्त की है जब एमबीए ग्रेजुएट अपने पुरुष मित्र के साथ चामुंडी पहाड़ी की तलहटी के पास सुनसान जगह पर गई थी।
दोनों को इलाके में बार-बार देखने वाले बदमाशों का एक गिरोह रास्ते में आ गया और उनसे 3 लाख रुपये की फिरौती की मांग करने लगा।
पैसे नहीं देने पर उन्होंने युवक के साथ मारपीट की और एक के बाद एक युवती से दुष्कर्म किया।
पैसे के लिए फोन आने पर परेशान होकर लड़के के पिता मौके पर पहुंचे और दोनों को ढूंढ निकाला। लगभग बेहोशी की हालत में मिले दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस घटना के 15 घंटे बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज की। हालांकि, गहरे सदमे में पीड़िता ने किसी से भी बात करने से इनकार कर दिया और पुलिस विभाग के साथ सहयोग करने से साफ इनकार कर दिया।
मामले ने राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं और राज्य सरकार गंभीर दबाव में आ गई क्योंकि दुष्कर्मियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पूरे कर्नाटक में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
पुलिस तमिलनाडु के सभी आरोपी व्यक्तियों को पकड़ने में सफल रही।
इस बीच, पुलिस हाल ही में गिरफ्तार किए गए अंतिम आरोपी को घटना स्थल पर ले गई।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि उसके बयान अन्य आरोपी व्यक्तियों से मेल खाते थे।
--आईएएनएस
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