अल्मोड़ा-सैन्य सम्मान के साथ दी नायक सुशील की अंतिम विदाई, हर किसी की आंखे हुए नम

अल्मोड़ा-न्यूज टुडे नेटवर्क-जागेश्वर के बरतोली गांव निवासी नंदकिशोर तिवारी के बेटे सुशील तिवारी की करंट लगने से मौत गई। वह थलसेना में 19 कुमाऊं रेजीमेंट में नायक के पद पर कार्यरत थे। आजकल वह पंजाब में पठानकोट के पास तैनात थे। चार साल पहले उन्होंने यहां दुर्गापालपुर परमा गांव में मकान बनाया, जहां पत्नी मीना
 | 
अल्मोड़ा-सैन्य सम्मान के साथ दी नायक सुशील की अंतिम विदाई, हर किसी की आंखे हुए नम

अल्मोड़ा-न्यूज टुडे नेटवर्क-जागेश्वर के बरतोली गांव निवासी नंदकिशोर तिवारी के बेटे सुशील तिवारी की करंट लगने से मौत गई। वह थलसेना में 19 कुमाऊं रेजीमेंट में नायक के पद पर कार्यरत थे। आजकल वह पंजाब में पठानकोट के पास तैनात थे। चार साल पहले उन्होंने यहां दुर्गापालपुर परमा गांव में मकान बनाया, जहां पत्नी मीना तिवारी आठ साल के बेटे लक्ष्य के साथ रहती हैं। आज उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बरतौली पनुवानौला लाया गया। पार्थिक शरीर के पहुंचने ही घर में कोहराम मच गया। हर किसी की आंखे नम हो गई।

अल्मोड़ा-सैन्य सम्मान के साथ दी नायक सुशील की अंतिम विदाई, हर किसी की आंखे हुए नम

घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल

वही नायक सुशील तिवारी के मासूम बेटा लक्ष्य घटना से अनजान है। अब उसके पालन-पोषण की जिम्मेदारी मां मीना तिवारी पर आ गई है। पति की मौत की सूचना मिलते ही वह बेसुध हो गई। उसका रो-रोकर बुरा हाल है। घर पर सांत्वना देने वालों का तांता लगा है। आज पार्थिक शरीर के पहुंचने के बाद जागेश्वर में उनकी अतोष्टि की गई। इस दौरान कई सैन्य अधिकारी व स्थानीय लोग मौजूद थे। अंतिम विदाई देते हुए सभी की आंखे नम हो गई।