अल्मोड़ा-किसानहितों के खिलाफ तीनों विधेयक, कुंजवाल ने लगाये सरकार पर ये आरोप

अल्मोड़ा-आज पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक जागेश्वर गोविंद सिंह कुंजवाल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कृषि विधेयकों से मंडियों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे। जब मंडियां ही नहीं रहेंगी तो न्यूनतम समर्थन मूल्य भी तय नहीं होगा। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह अडानी जैसे
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अल्मोड़ा-किसानहितों के खिलाफ तीनों विधेयक, कुंजवाल ने लगाये सरकार पर ये आरोप

अल्मोड़ा-आज पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक जागेश्वर गोविंद सिंह कुंजवाल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कृषि विधेयकों से मंडियों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे। जब मंडियां ही नहीं रहेंगी तो न्यूनतम समर्थन मूल्य भी तय नहीं होगा। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह अडानी जैसे बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने की तरकीब मात्र है, जिसका नुकसान किसानों को ही होगा। उन्होंने कहा कि कांट्रेक्ट फार्मिंग की आड़ में काश्तकारों को उन्हीं की जमीन से बेदखल करने की साजिश है। अगर विधेयक लाभकारी होता तो देशभर का किसान आंदोलित न होता।

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कुंजवाल ने संसद से पास तीनों विधेयकों को किसानहितों के खिलाफ करार दिया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा किकेंद्र सरकार उद्योगपतियों का रास्ता साफ करने में जुटी है। अध्यादेश लाने से पूर्व सरकार ने सदन में बिल पर चर्चा करानी चाहिए थी। उन्होंने विधेयकों को मंडी व्यवस्था खत्म करने की साजिश बताया। कुंजवाल ने कहा कि ये इतने महत्वपूर्ण कानून नहीं थे कि अध्यादेश के तहत लाया जाय। देश में कृषि सुधार की जरूरत है और खेती लाइसेंस मुक्तहोनी चाहिए। कुंजवाल ने श्रम कानून के तहत लाए गए बिल को भी श्रमिक विरोधी बताया। बिल के अनुसार किसी भी फैक्ट्री में कार्यरत 300 कर्मचारियों को मालिक बगैर सूचना के हटा सकता है। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान उत्तराखंड को उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कृषि विधेयकों का पुरजोर विरोध करेगी।

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