ALERT: सर्दी कम होते ही मंडराने लगा मलेरिया का खतरा
बरेली: ठंड का असर जैसे-जैसे कम होता जा रहा है वैसे-वैसे मच्छरों (Mosquito) का आतंक बढ़ता जा रहा है। आंवला सीएचसी (CHC) पर दवा ना मिलने पर दो मरीज मलेरिया की दवा लेने जिला अस्पताल (Hospital) गये, वहां उन्हें इसकी दवा दी गई। दोनों मरीजों (Patients) को जिला अस्पताल में भर्ती होने की सलाह भी दी, लेकिन उन्होंने इससे मना कर दिया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सीएचसी (CHC) और पीएचसी (PHC) प्रभारियों को अलर्ट (Alert) कर दिया है।
आंवला क्षेत्र में करीब 2 साल पहले फैल्सीपैरम मलेरिया की बीमारी फैली थी। जिसने 100 से अधिक लोगों की जान ले थी। उस समय इसकी रोकथाम (Prevention) के लिए दिल्ली की टीम को आना पड़ा था।
जिला मलेरिया अधिकारी देशराज सिंह ने कहा कि मादा एनोफिलीज मच्छर (Female Anopheles Mosquito) के काटने से मलेरिया होता है। यह मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपते हैं। साथ ही उन्होने कहा कि आंवला से मिले मरीजों में मलेरिया और डेंगू के मरीजों की जानकारी ली जाएगी।
मलेरिया से बचने के लिए करे ये उपाय
- मच्छरदानी का उपयोग करें, सोने से दो घंटे पहले कीटनाशक का छिड़काव करें।
- आस-पास जल को न भरने दें, पानी भरा है तो उसमें मिट्टी के तेल का छिड़काव करें।
- कूलर का पानी प्रतिदिन बदलें
- फुल आस्तीन के कपड़े पहनकर रहें।