अजीत सिंह हत्याकांड: वारंट जारी होने के 48 घंटे बाद भी पूर्व सांसद धनंजय सिंह पुलिस पकड़ से दूर

न्यूज टुडे नेटवर्क। लखनऊ में मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख और बाहुबली मुख्तार अंसारी के करीबी अजीत सिंह के हत्याकांड में साजिशकर्ता पूर्व सांसद धनंजय सिंह अभी भी पुलिस गिरफ़्त से बाहर हैं। दो दिनों पहले धनंजय के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट जारी किया गया है। वारंट जारी होने के 48 घंटे बाद भी पुलिस साजिशकर्ता
 | 
अजीत सिंह हत्याकांड: वारंट जारी होने के 48 घंटे बाद भी पूर्व सांसद धनंजय सिंह पुलिस पकड़ से दूर

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। लखनऊ में मऊ के पूर्व ब्‍लाक प्रमुख और बाहुबली मुख्‍तार अंसारी के करीबी अजीत सिंह के हत्‍याकांड में साजिशकर्ता पूर्व सांसद धनंजय सिंह अभी भी पुलिस गिरफ़्त से बाहर हैं। दो दिनों पहले धनंजय के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट जारी किया गया है। वारंट जारी होने के 48 घंटे बाद भी पुलिस साजिशकर्ता पूर्व सांसद को गिरफ़्तार नहीं कर पाई है।

पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में पूवांर्चल के बाहुबली व पूर्व सांसद धनंजय सिंह गिरफ्तारी वारंट जारी होते ही अंडरग्राउंड हो गए हैं। लखनऊ पुलिस जौनपुर और वाराणसी के अलावा पूवांर्चल के अन्य संभावित जिलों में बाहुबली की तलाश में छापेमारी कर रही है। हालांकि 48 घण्टे के बाद भी अभी तक धनंजय सिंह का कोई सुराग नहीं लग सका है। सूत्रों का कहना है कि धनंजय सिंह लखनऊ की गिरफ्तारी से बचने के लिए किसी अन्य पुराने मामले में कोर्ट में समर्पण कर सकते हैं। वहीं‚धनंजय सिंह के वकील गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी कर रहे हैं।

कोर्ट में समर्पण करने पर पुलिस की नजर

लखनऊ पुलिस ने जौनपुर पुलिस से संपर्क किया और संभावित ठिकानों पर दबिश दी। क्राइम ब्रांच व विभूतिखंड की पुलिस टीम धनंजय को गिरफ्तार करने के लिए लगाई गई हैं। पुलिस टीम धनंजय के करीबियों की सूची भी तैयार कर रही है। इसके साथ ही उन ठिकानों के बारे में पता लगाया जा रहा है‚जहां धनंजय के छिपे होने की संभावना है। उधर‚दिल्ली के न्यायालय में दी गई एक अर्जी पर कोर्ट ने तिहाड़ जेल के अधीक्षक से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट तलब की है‚जिसमें गिरधारी उर्फ डॉक्टर की सुरक्षा से संबंधित आख्या के बारे में जानकारी मांगी गई है।