पचास सालों बाद इस वजह से कम हो रहे हैं वर्ष 2021 की हजयात्रा के आवेदन, जानें क्या है वजह

न्यूज टुडे नेटवर्क। बंदिशो और दुश्वारियों ने हज आवेदन की संख्या काफी कम करा दी है। इस बार वर्ष 2021 के लिए हज आवेदनों ेमं बेहद कमी आ रही है। दरअसल हज यात्रा पर जाने वालों के लिए भारत सरकार और सऊदी सरकार ने तमाम प्रतिबंध लगा दिए हैं। यह प्रतिबंध के निर्णय कोरोना की
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पचास सालों बाद इस वजह से कम हो रहे हैं वर्ष 2021 की हजयात्रा के आवेदन, जानें क्या है वजह

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। बंदिशो और दुश्वारियों ने हज आवेदन की संख्या काफी कम करा दी है। इस बार वर्ष 2021 के लिए हज आवेदनों ेमं बेहद कमी आ रही है। दरअसल हज यात्रा पर जाने वालों के लिए भारत सरकार और सऊदी सरकार ने तमाम प्रतिबंध लगा दिए हैं। यह प्रतिबंध के निर्णय कोरोना की वजहों को देखते हुए लिए गए हैं। वहीं हज यात्रा इस साल पहले की अपेक्षा काफी महंगी भी साबित हो रही है। बरेली हज सेवा समिति ने बताया कि पिछले पचास सालों में इस बार वर्ष 2021 में सबसे कम हजयात्री आवेदन कर रहे हैं।

बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खान वारसी ने बताया कि कोरोना के कारण इस वर्ष हज पर जाने वाले लोगों की संख्‍या कम होना लग रहा हैं। मज़हब ए इस्लाम के पाँच बुनियादी और अहम रुक्न में तौहीद, नमाज, रोजा, जकात के साथ ही हज भी शामिल है। लेकिन अगले वर्ष 2021 में मुकद्​दस हज यात्रा पर कम लोग जा सकेंगे। कोविड-19 की गाइडलाइन के साथ बेहद महंगी होने वाली हज यात्रा के लिए इस साल बहुत कम आवेदन किए गए हैं। हज आवेदन शुरुआत 7 नवम्बर से की थी और अंतिम तारीख 10 दिसम्बर 2020 तय की थी।

हज कमेटी ऑफ़ इंडिया ने हज आवेदन कम होने की वजह फॉर्म भरने का समय एक महीना बढ़ाकर 10 जनवरी निर्धारित किया हैं लेकिन बरेली जिले से अब तक लगभग 121 लोग ने ही हज आवेदन कर पाये हैं आवेदकों की संख्या के लिहाज से यह पचास सालों में सबसे कम है। 2020 में जिले से करीब 924 लोगों का हज के लिए चयन हुआ था,लेकिन कोविड-19 की वजह भारत सहित सभी देशों की हज यात्रा को रदद् कर दिया गया था।

केवल सऊदी में रहने वाले 10 हज़ार लोगों को ही हज करने का मौका मिला था और अगले वर्ष 2021में होने वाली यात्रा के लिए कड़ी शर्तें लागू की है। ग्रुप में जाने वाले आजमीन की तादात पांच से घटाकर तीन कर दी गई है। उम्र की बंदिश भी बड़ी बाधा बनी हुई है। इस बार 18 वर्ष से कम आयु और 65 वर्ष से ज्यादा आयु के लोगों को हज यात्रा पर जाने की इजाजत नहीं है। जबकि अपने मुल्क से हज पर जाने वाले करीब 60 फीसद आजमीन 65 वर्ष से अधिक उम्र के होते हैं। वो अपनी घरेलू जिम्मेदारियों (सेवानिवृत्ति, बेटा-बेटी की शादी आदि) को निपटाने के बाद ही हज पर जाते हैं।

अभी कई नियम शर्ते लगाई गई हैं। पूरे उत्तर प्रदेश में हज आवेदन में भारी गिरावट आई है। उसी तरह देशभर से अब तक लगभग 40 हज़ार आवेदन हुए हैं,जबकि यूपी से पिछले सालों में 30 हज़ार से लेकर 45 हज़ार हज फॉर्म भरे जाते थे और पूरे भारत से 3 से साढ़े तीन लाख हज आवेदन होते थे और भारत से 1 लाख 75 हज़ार से लेकर 2 लाख हजयात्री जाते थे।