RAM MANDIR: जयपुर के लाल पत्थरों से बनेगा रामलला का मंदिर
RAM MANDIR: राम मंदिर का निर्माण (Ram Mandir Construction) नवरात्र में शुरू हो जाएगा। जयपुर के लाल पत्थर और खंभे अयोध्या में राम जन्मभूमि न्यास की कार्यशालाओं में तराश कर रखे गए हैं। इन्हीं पत्थरों और खंभों से राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण शुरू किया जाएगा। रामलला के मंदिर के निर्माण में किसी भी तरह की बाधाओं को दूर करने के लिए अयोध्या के फटीक शिला आश्रम में 17 फरवरी से नौ दिन तक श्री सीताराम नाम जप महायज्ञ का आयोजन भी किया जा रहा है। इसमें देश-विदेश के लाखों राम भक्त जुटेंगे। महायज्ञ में सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) भी शामिल हो सकते हैं।
राम मंदिर को महावीर मंदिर देगा 10 करोड़ रुपये
श्री रामलला का मंदिर बनाने के लिय पटना का महावीर मंदिर 10 करोड़ रुपये दान करेगा। जिसमें 2 करोड़ का चेक कल अयोध्या भेज दिया था। महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव का कहना है कि उन्होंने ट्रस्ट की ओर से कल दो करोड़ रुपये दान किये थे और ट्रस्ट की तरफ से राम मंदिर निर्माण के लिय कुल 10 करोड़ रुपये दिये जाएंगे।
किशोर कुमार ने बताया कि महावीर मंदिर का दानपात्र खोलने के बाद उन्हें 30 सिक्के ऐसे मिले जिन्हें ईस्ट इंडिया कंपनी (East India Company) ने 1818 में जारी किया था। उन सिक्कों में भगवान श्रीराम, सीता जी, लक्ष्मण जी और हनुमान जी की प्रतिमा बनी हुई है। इन सिक्कों को भी राम लला के मंदिर के लिय दान किया जाएगा।
आप भी कर सकेंगे रामलला का मंदिर बनाने में सहयोग
अयोध्या में रामजी का भव्य मंदिर बनाए जाने के लिए ट्रस्ट की घोषणा हो गई है। श्रीराम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया 19 फरवरी को ट्रस्ट की बैठक के बाद जल्द ही शुरु कर दी जाएगी। अगर आप भी भगवान राम का मंदिर बनाने में कोई सहयोग करना चाहते हैं तो आपको भी इसके लिए पूरा मौका दिया जाएगा। ट्रस्ट से जुड़े कुछ वरिष्ठ सदस्यों का कहना है कि रामलला का मंदिर बनाने में पूरे देश, हर समाज, हर वर्ग, हर जाति और हर परिवार की भागीदारी होनी चाहिये।
श्रीराम मंदिर निर्माण में सहयोग देने के लिय जल्द ही एक अभियान की शुरु किया जा रहा है। इस अभियान के तहत राम मंदिर निर्माण के लिय भक्तों से स्वैच्छिक सहयोग मांगा जाएगा। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से भी प्रतीक रूप में एक रुपये का सहयोग लिया जाएगा, जिससे पूरी दुनिया को यह सन्देश दिया जा सके इस मंदिर के निर्माण में पूरे देश और विदेश के हिन्दू समाज ने भूमिका निभाई है।
जिस तरह ट्रस्ट के गठन में दलित समाज की भूमिका निश्चित करने की कोशिश हुई है, उसी प्रकार हर दलित और ओबीसी समुदाय के परिवार से मंदिर निर्माण के लिए सहयोग मांगा जाएगा। मंदिर निर्माण के समय जो लोग शारीरिक श्रम कर अपना योगदान देना चाहेंगे, उनके लिए भी अवसर प्रदान किया जा सकता है।
विहिप के मॉडल के अनुसार होगा श्रीराम मंदिर का निर्माण
राम मंदिर का निर्माण विश्व हिंदू परिषद की ओर से प्रस्तावित राम मंदिर के मॉडल के अनुसार होगा। पिछले दिनों रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास व उनके उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास की केंद्रीय मंत्री अमित शाह से हुई बातचीत में यह फैसला किया गया। महंत कमल नयन दास के अनुसार, ट्रस्ट के माध्यम से तैयारियों को आगे बढ़ाया जाएगा। न्यास के पत्थरों के मंदिर निर्माण में इस्तेमाल और विहिप के मॉडल को स्वीकार करने पर सहमति बन चुकी है।