अभिनेत्री जयाप्रदा भाजपा में शामिल, जानिए किस सीट से, किसके खिलाफ लड़ेंगी चुनाव

नई दिल्ली-न्यूज टुडे नेटवर्क : लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले नेताओं का पार्टी बदलने का सिलसिला जारी है। इसी बीच कभी समाजवादी पार्टी की नेता रहीं जयाप्रदा ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। भाजपा उन्हें उत्तर प्रदेश के रामपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतार सकती है। समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता
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अभिनेत्री जयाप्रदा भाजपा में शामिल, जानिए किस सीट से, किसके खिलाफ लड़ेंगी चुनाव

नई दिल्ली-न्यूज टुडे नेटवर्क : लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले नेताओं का पार्टी बदलने का सिलसिला जारी है। इसी बीच कभी समाजवादी पार्टी की नेता रहीं जयाप्रदा ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। भाजपा उन्हें उत्तर प्रदेश के रामपुर संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतार सकती है। समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता एवं राज्यसभा सदस्य अमर सिंह की करीबी सहयोगी जयाप्रदा सपा के टिकट पर दो बार रामपुर से निर्वाचित हुई हैं। अगर भाजपा उन्हें रामपुर से टिकट देती है तब उनका मुकाबला समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान से होगा। बता दें कि आमज खान और जयाप्रदा के बीच पिछले कई सालों से मतभेद रहे हैं। बीजेपी के महासचिव और राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में जयाप्रदा ने बीजेपी का दामन थामा।

अभिनेत्री जयाप्रदा भाजपा में शामिल, जानिए किस सीट से, किसके खिलाफ लड़ेंगी चुनाव

प्रधानमंत्री मोदी के हाथों में देश सुरक्षित : जया

जयाप्रदा ने सदस्यता ग्रहण करते वक्त कहा कि पीएम मोदी के हाथ में देश सुरक्षित है। इस दौरान उन्होंने अमित शाह को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अब तक जो काम किया, मैंने वह दिल से किया। समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता एवं राज्यसभा सदस्य अमर सिंह की करीबी सहयोगी जयाप्रदा सपा के टिकट पर रामपुर से सांसद रह चुकी हैं।

जयाप्रदा ने कहा कि आज मुझे बीजेपी में काफी सम्मान के साथ सदस्यता मिली है। मैं प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का शक्रिया करती हूं। जया 2004 और 2009 में समाजवादी पार्टी की टिकट पर रामपुर से सांसद भी रह चुकी हैं। 2009 में आजम खान के तमाम विरोध के बावजूद भी मुलायम सिंह ने जया को रामपुर से चुनाव लड़वाया था।

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आजम खान के बारे में जयाप्रदा ने क्या कहा था

जयाप्रदा ने एक इंटरव्यू में दावा किया था, ‘जिस परिस्थिति में मैं एक महिला के तौर पर आजम खान के साथ चुनाव लड़ रही थी, उस समय मुझ पर तेजाब हमला करवाया गया, और मेरी जान को खतरा था…जब कभी मैं घर से बाहर जाती मैं अपनी मां को यह भी नहीं बता सकती थी कि मैं जिंदा लौटूंगी या नहीं’। उन्होंने कहा कि उनका समर्थन करने को उस वक्त कोई नेता सामने नहीं आया। आपको बता दें कि मुरादाबाद, रामपुर, संभल, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला, बरेली, पीलीभीत 23 अप्रैल को लोस के लिए वोटिंग होनी है।