48.1 फीसदी का मानना है मोदी शासन ने लोगों के साथ व्यक्तिगत संबंध विकसित किया : सीवोटर सर्वे

नई दिल्ली, 26 मई (आईएएनएस)। एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि कम से कम 48.1 प्रतिशत लोगों का मत है नरेंद्र मोदी शासन ने पिछले 9 वर्षों में देशभर के लोगों के साथ व्यक्तिगत संबंध विकसित किया है। हालांकि, 37.6 प्रतिशत की इसके विपरीत राय है। जबकि 14.3 प्रतिशत का कहना है कि वे इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।
 | 
नई दिल्ली, 26 मई (आईएएनएस)। एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि कम से कम 48.1 प्रतिशत लोगों का मत है नरेंद्र मोदी शासन ने पिछले 9 वर्षों में देशभर के लोगों के साथ व्यक्तिगत संबंध विकसित किया है। हालांकि, 37.6 प्रतिशत की इसके विपरीत राय है। जबकि 14.3 प्रतिशत का कहना है कि वे इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।

भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के 9 साल पूरे होने पर सीवोटर द्वारा किए गए सर्वे में यह खुलासा हुआ है। भाजपा ने साल 2014 के लोकसभा चुनावों में 282 सीटों ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। जीत के बाद नरेंद्र मोदी ने नरेंद्र मोदी ने 26 मई 2014 को भारत के प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली थी।

सर्वे के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों के 49.5 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों के 44.9 प्रतिशत लोगों का मानना है कि मोदी शासन ने पिछले नौ वर्षों में देशभर के आम लोगों के साथ एक व्यक्तिगत संबंध विकसित किया है।

सर्वे में यह भी दावा किया गया कि 49.1 प्रतिशत महिला और 47.2 प्रतिशत पुरुषों को लगता है कि मोदी शासन ने पिछले नौ वर्षों में आम लोगों के साथ एक व्यक्तिगत संबंध विकसित किया है, जबकि 38.6 प्रतिशत पुरुष और 36.5 प्रतिशत महिलओं की विपरीत राय है।

45 से 54 आयु वर्ग के 61.8 प्रतिशत लोगों की राय है कि मोदी शासन ने आम लोगों के साथ एक व्यक्तिगत संबंध विकसित किया है, वहीं 35 से 44 आयु वर्ग के 53.9 प्रतिशत लोगों ने ऐसी ही राय व्यक्त की है।

मध्यम आय वर्ग में 47.4 प्रतिशत और उच्च आय वर्ग में 61.8 प्रतिशत लोगों को लगता है कि मोदी शासन ने पिछले नौ वर्षों में देशभर के आम लोगों के साथ एक व्यक्तिगत संबंध विकसित किया है।

सर्वे में यह भी कहा गया है कि मुस्लिम समुदाय से संबंधित 58.2 प्रतिशत, अनुसूचित जाति/दलित श्रेणियों में 47.2 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति श्रेणी में 43.3 प्रतिशत का मानना है कि मोदी शासन ने पिछले 9 साल में आम लोगों के साथ व्यक्तिगत संपर्क विकसित नहीं किया।

--आईएएनएस

एफजेड