नई दिल्ली- अब अपने मेल अकाउंट के जरिए ऐसे वोट कर सकेंगे सर्विस वोटर, बस करना होगा ये काम

नई दिल्ली- न्यूज टुडे नेटवर्क: देश के हर मतदाता को वोट डलवाने के लिए निर्वाचन आयोग ने अपनी पूरी तैयारियां कर ली है। 2019 लोकसभा चुनाव में सर्विस मतदाता (ETBS) यानी ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम’ के ज़रिए वोट डाल सकेंगे। इसे शॉर्टकट में E-ballots नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दें कि
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नई दिल्ली- अब अपने मेल अकाउंट के जरिए ऐसे वोट कर सकेंगे सर्विस वोटर, बस करना होगा ये काम

नई दिल्ली- न्यूज टुडे नेटवर्क: देश के हर मतदाता को वोट डलवाने के लिए निर्वाचन आयोग ने अपनी पूरी तैयारियां कर ली है। 2019 लोकसभा चुनाव में सर्विस मतदाता (ETBS) यानी ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम’ के ज़रिए वोट डाल सकेंगे। इसे शॉर्टकट में E-ballots नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दें कि जो भी मतदाता ई-बैलेट्स के जरिए वोट डालेंगे उनके पास इलेक्ट्रॉनिक पोस्टल बैलट ऑनलाइन, मेल के जरिए पहुंचेगा। जोकि काफी सिक्योर तरीके से बनाया गया है।

नई दिल्ली- अब अपने मेल अकाउंट के जरिए ऐसे वोट कर सकेंगे सर्विस वोटर, बस करना होगा ये काम

वोटर्स जब इसे डाउनलोड करेंगे तो ‘वन टाइम पासवार्ड (ओटीपी)’ की जरुरत पड़ेगी। प्रिंट करने के लिए पर्सनल आइडेंटिफिकेशन नंबर (पिन) की जरुरत पड़ेगी। जो सर्विस वोटर के मोबाइल या ई-मेल पर मिलेगा। जिसके बाद मतदाता मतपत्र को डाउनलोड कर, प्रिंट करवा कर, अपने पसंद के प्रत्याशी के नाम के आगे टिक कर, उसे निर्वाचन आयोग के निर्धारित लिफाफे द्वारा डाक यानी स्पीड पोस्ट से वापस भेजेंगे। इससे सर्विस वोटर तक मतपत्र पहुंचने में डाक में लगने वाला समय बच जाएगा।

नई दिल्ली- अब अपने मेल अकाउंट के जरिए ऐसे वोट कर सकेंगे सर्विस वोटर, बस करना होगा ये काम

मतपत्रों से लेकर लिफाफे पर बने होंगे पांच QR कोड

23 मई को चुनाव मतगणना शुरू होने से पहले सभी मतपत्र सर्विस वोटर्स द्वारा डाक के माध्यम से, गणना में शामिल करने के लिए भेजे जाएंगे। बता दें कि पहले सर्विस वोटरों को डाक से मतपत्र भेजे जाते थे। फिर वहां से मतपत्र भी डाक से ही वापस आते थे। इसमें अधिक समय लगता था। इन मतपत्रों से लेकर लिफाफे पर पांच QR कोड बने होंगे। आयोग इनके मिलान के बाद ही मतदान को स्वीकार करेगा।

नई दिल्ली- अब अपने मेल अकाउंट के जरिए ऐसे वोट कर सकेंगे सर्विस वोटर, बस करना होगा ये काम

इस बार राजस्थान में करीब 1,34000, उत्तराखंड में 88,600 सर्विस मतदाता हैं। इन सभी को मतपत्र ईटीपीबीएस के माध्यम से भेजे जाएंगे. सभी सर्विस मतदाताओं को इस सिस्टम से जोड़ा गया है। आपको बता दें कि सर्विस वोटर्स में तीनों सेनाओं में कार्यरत कार्मिक, अर्द्धसैनिक बल, बीएसएफ राज्य से बाहर तैनात कार्मिक, विदेशों में तैनात राजदूत और उच्चायुक्त के कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों की गिनती होती है।