2019 चैत्र नवरात्र : कब और कैसे करें घट स्थापना , जानिए किस दिन होगी किस देवी की पूजा, क्या है शुभ मुहुर्त
नई दिल्ली-न्यूज टुड नेटवर्क : चैत्र नवरात्रि इस बार 6 अप्रैल से शुरू हो रही हैं जो 14 अप्रैल तक चलेगी। चैत्र में आने वाले नवरात्र में अपने कुल देवी-देवताओं की पूजा का विशेष प्रावधान माना गया है। चैत्र नवरात्रि प्रभु राम के जन्मोत्सव से जुड़ी है। चैत्र नवरात्र मां की शक्तियों को जगाने का आह्वान है ताकि हम संकटों, रोगों, दुश्मनों, आपदाओं का सामना कर सकें और उनसे हमारा बचाव हो सके। माता अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं तथा मनोवांछित फल की प्राप्ति करती हैं। नवरात्रि में दो ऋतुओं का मिलन होता है। मुख्य रूप से साल में दो नवरात्र आती हैं जिसमें से चैत्र नवरात्र एवं आश्विन नवरात्र होती है। चैत्र नवरात्रि गर्मियों के मौसम की शुरूआत में आती है जिसमें उपवास रख कर मां को याद किया जाता है।
कलश स्थापना का सबसे श्रेष्ठ मुहूर्त-
दिन में 11 बजकर 58 मिनट से 12 बजकर 49 मिनट के बीच अभिजीत मुहूर्त है। एक बात यह है कि इस समय कर्क लग्न है। यह चर राशि है। अत: कलश स्थापना का बहुत शुभ मुहूर्त नहीं माना जा सकता है। अत: प्रात: 06 बजकर 09 मिनट से 10 बजकर 21 मिनट तक कलश स्थापना का सबसे श्रेष्ठ मुहुर्त है। इसके पीछे कारण यह है कि इस समय द्विस्वभाव मीन लग्न रहेगा।
जानें किस दिन होगी किस देवी की पूजा
6 अप्रैल- पहला नवरात्र : घट स्थापन व मां शैलपुत्री पूजा, मां ब्रह्मचारिणी पूजा
7 अप्रैल- दूसरा नवरात्र : मां चंद्रघंटा पूजा
8 अप्रैल- तीसरा नवरात्र : मां कुष्मांडा पूजा
9 अप्रैल- चौथा नवरात्र : मां स्कंदमाता पूजा
10 अप्रैल- पांचवां नवरात्र : पंचमी तिथि सरस्वती आह्वाहन
11 अप्रैल- छष्ठ नवरात्र : मां कात्यायनी पूजा
12 अप्रैल- सातवां नवरात्र : मां कालरात्रि पूजा
13 अप्रैल- अष्टमी नवरात्र : महागौरी पूजा
14 अप्रैल- नवमी : सिद्धि दात्री माता