हल्द्वानी- उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में मिल रहा है ई-शिक्षा को बढ़ावा, शिक्षक ऐसे तैयार करेंगे पाठ्यक्रम

हल्द्वानी- न्यूय टुडे नेटवर्क: उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कम्प्यूटर एवं सूचना विज्ञान विद्याशाखा और सूचना संचार तकनीकी अनुभाग ने यूसर्क (उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा शोध परिषद) देहरादून के सहयोग से विश्वविद्यालय के सभागार में डिजिटल कन्टेण्ट के प्रबन्धन की क्षमता को विकसित करने एवं ऑनलाईन शिक्षा में डिजिटल कन्टेण्ट के प्रबन्धन को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला
 | 
हल्द्वानी- उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में मिल रहा है ई-शिक्षा को बढ़ावा, शिक्षक ऐसे तैयार करेंगे पाठ्यक्रम

हल्द्वानी- न्यूय टुडे नेटवर्क: उत्‍तराखंड मुक्‍त विश्‍वविद्यालय के कम्‍प्‍यूटर एवं सूचना विज्ञान विद्याशाखा और सूचना संचार तकनीकी अनुभाग ने यूसर्क (उत्‍तराखण्‍ड विज्ञान शिक्षा शोध परिषद) देहरादून के सहयोग से विश्‍वविद्यालय के सभागार में डिजिटल कन्‍टेण्‍ट के प्रबन्‍धन की क्षमता को विकसित करने एवं ऑनलाईन शिक्षा में डिजिटल कन्‍टेण्‍ट के प्रबन्‍धन को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के रूप में इग्‍नू आईयूसी की उप निदेशक डॉ. निशा सिंह मौजूद रही। इस दौरान डॉ. निशा सिंह ने विभिन्न विश्‍वविद्यालय और तकनीकी एवं शोध संस्‍थानों से आये इन्जिनियर व वैज्ञानिक प्रतिभागियों को ऑनलाईन कोर्स में डिजिटल कन्‍टेन्‍टस का सफल प्रबन्‍धन कैसा किया जाय की जानकारी दी। उन्‍होंने विशेष रूप से ओपन एजुकेशनल रिसोर्स, क्रियेटिव कॉमन्‍स लाईसेन्‍स एवं मूडल लर्निग मैनेजमेंट सिस्‍टम के बारे में विस्‍तार से जानकारी व प्रशिक्षण दिया।

हल्द्वानी- उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में मिल रहा है ई-शिक्षा को बढ़ावा, शिक्षक ऐसे तैयार करेंगे पाठ्यक्रम

वर्चूअल कक्षाओं पर फोकस

कार्यशाला में विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओ.पी.एस नेगी ने कहा कि दूरस्‍थ शिक्षा में हम घर पर शिक्षा प्रदान करने वाले विश्‍वविद्यालय हैं। मुक्‍त विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना ही इसीलिए की गयी कि वे हर वंचित को उनके द्वार जाकर शिक्षा प्रदान करें, और इसे सफल बनाने में डिजिटल कण्‍टेण्‍टस एवं सूचना तकनीकी की महत्‍वपूर्ण भूमिका हो सकती है। उन्‍होंने कहा कि डिजिटल कण्‍टेण्‍टस के प्रबन्‍धन में आईसीटी का अभूतपूर्व योगदान हो सकता है, कुलपति ने कहा कि हम वर्चूअल कक्षाओं पर फोकस कर रहे हैं, जिसके माध्‍यम से हम दूर एवं घर में बैठें अपने छात्रों को ई-वीडियो, ई-औडियो तथा ई-टेक्‍सट के माध्‍यम से शिक्षा प्रदान कर सकते हैं। कार्यशाला में यूओयू कम्‍प्‍यूटर विज्ञान विद्याशाखा व यूसर्क के निदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने कहा कि ऑनलाईन कोर्स में डिजिटल कन्‍टेन्‍टस के शत प्रतिशत प्रयोग को लेकर यूसर्क और यूओयू का यह साझा प्रयास है। जो उत्‍तराखण्‍ड की भौगोलिक परिस्थितियों तथा उत्‍तराखण्‍ड मुक्‍त विश्‍वविद्यालय की कार्यप्रणाली के अनुरूप कारगर साबि‍त होगा।

हल्द्वानी- उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में मिल रहा है ई-शिक्षा को बढ़ावा, शिक्षक ऐसे तैयार करेंगे पाठ्यक्रम

इन विश्वविद्यायल के शिक्षक हुए शामिल

कार्यशाला में बिडला इन्सिटट्यूट भीमताल, कुमाऊ विश्‍वविद्यालय, गा्रफिक ऐरा, कुमाऊ इन्जिनियरिंग कालेज द्वाराहाट, पीजी कालेज गंगोलीहाट, जीबी पंत इन्जिनियरिंग कालेज पौडी, देव संस्‍कृति विश्‍वविद्यालय, हरिद्वार, जी.बी. पंत विश्‍वविद्यालय पंतनगर, पेट्रोलियम विश्‍वविद्यालय देहरादून, अमरपाली इन्सिट्यूटर चन्‍द्रावती तिवारी गर्ल्‍स पीजी कालेज काशीपुर, आर्य भट्ट प्रेक्षण विज्ञान एवं शोध संस्‍थान नैनीताल, यूसर्क के वैज्ञानिक तथा यूओयू के शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला का उदघाटन विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओ.पी.एस नेगी ने किया। वही कार्यशाला के उदघाटन सत्र में विश्‍वविद्यालय के प्रो. आर. सी. मिश्र, प्रो. एच.पी शुक्‍ल, प्रो. गिरिजा पाण्‍डेय, प्रो.पी.डी. पंत, विश्‍वविद्यालय के कुलसचिव भरत सिंह, डॉ. जितेन्‍द्र पाण्‍डेय, बालम दफोटी, डॉ. रंजू जोशी पाण्‍डेय, डॉ. मदन मोहन जोशी, डॉ. सूर्यभान सिंह, डॉ. कमल देवलाल, डॉ. चारू पंत, डॉ. प्रीती बोरा आदि शिक्षक शामिल रहे।

हल्द्वानी- उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में मिल रहा है ई-शिक्षा को बढ़ावा, शिक्षक ऐसे तैयार करेंगे पाठ्यक्रम