कविता-15 अगस्त का असली रहस्य

उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी
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कविता-15 अगस्त का असली रहस्य

उत्तराखंड के लोकप्रिय वेब पोर्टल न्यूज टुडे नेटवर्क की ओर से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आॅनलाइन कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बाल, युवा और वरिष्ठ सभी वर्गों के लोग प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतियोगिता में मेरे प्यारे वतन विषय पर देशभक्ति से ओत.प्रोत स्वरचित कविता लिखकर 20 अगस्त तक भेजनी है। इसके तहत भतरौंजखान रानीखेत से पूनम छिमवाल की शानदार कविता पढ़िए-

सुनो सब गौर से एक बात तुम्हे बताती हूं
15 अगस्त का असली रहस्य आज तुम्हें समझाती हूं।

एक समय था जब भारत सोने की चिड़िया कहलाता था,
पकड़ लिया उस चिड़िया को वह शिकारी अंग्रेज जाना जाता था।

काट-काट कर सारे पंख, अधमरा कर छोड़ दिया
बिखर गए थे सारे पंख, फिर बिन पंखों के उड़ना सीख लिया।

परिस्थिति चाहे जैसी भी थी, उसने लड़ना सीख लिया
अपने दुश्मन से उसने निपटना सीख लिया।

मर-मरकर उसने सब कुछ जीत लिया
अब उस चिड़िया को हम भारत देश बुलाते हैं।
गदगद हो जाता है सीना जब खुद को भारतीय बतलाते हैं।

आओ सब मिलकर 15 अगस्त मनाते हैं
आओ एक साथ मिलकर भारत के गुण गाते हैं।

कविता-15 अगस्त का असली रहस्य