सांसद भट्ट ने सितारगंज-टनकपुर एनएच से नेपाल को अंतर्राष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति पर जताया पीएम का आभार

रुद्रपुर। नैनीताल-ऊधमसिंहनगर के सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने सितारगंज- टनकपुर एनएच से नेपाल को अंतर्राष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। सांसद अजय भट्ट ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 109 डी जो कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 125 (नया राष्ट्रीय राजमार्ग-09) सितारगंज-टनकपुर मार्ग में स्थित
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सांसद भट्ट ने सितारगंज-टनकपुर एनएच से नेपाल को अंतर्राष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति पर जताया पीएम का आभार

रुद्रपुर। नैनीताल-ऊधमसिंहनगर के सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने सितारगंज- टनकपुर एनएच से नेपाल को अंतर्राष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।

सांसद अजय भट्ट ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 109 डी जो कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 125 (नया राष्ट्रीय राजमार्ग-09) सितारगंज-टनकपुर मार्ग में स्थित एनएच से नेपाल को अंतरराष्ट्रीय राजमार्ग की स्वीकृति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उत्कृष्ट सोच का परिणाम है। सांसद भट्ट ने कहा कि हमारे पड़ोसी देशों से हमारे रिश्ते हमेशा साफ-सुधर रहे हैं और भारत ने मित्रता के सभी मानकों को माना है, नेपाल से हमारे हमेशा से रोटी-बेटी के सम्बन्ध है। सांसद श्री भट्ट ने कहा कि सितारगंज-टनकपुर मार्ग में स्थित जगतबूढा सेतु किमी0, 40 से प्रारम्भ होकर नेपाल बाउण्ड्री पिलर संख्या-802/11 तक में चार लेन का चौड़ीकरण निर्माण कार्य किया जा रहा है। यह परियोजना नेपाल की ओर से आने वाली महाकाली नदी सेत मार्ग से जुड़ेगी। उक्त परियोजना को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 21 सितम्बर, 2020 को ही अनुमोदित कर दिया था। श्री भट्ट ने सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का भी आभार व्यक्त किया है।
सांसद श्री भट्ट ने कहा कि उक्त परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 109 डी में एक रेलवे क्रासिंग पर रेलवे उपरिगामी सेतु का निर्माण कार्य तथा शारदा नदी को पार करने हेतु शारदा नदी सेतु का निर्माण कार्य भी शुरू हो रहा है। सांसद श्री भट्ट ने यह भी अवगत कराया है कि लैण्ड पोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इण्डिया द्वारा इस अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर इण्टरनेशनल कॉरिडोर की भी सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। इसके निर्माण के बाद यहा पर दोनों देशों के कॉमर्शियल वाहनों एवं वाणिज्यिक वाहनों का आवागमन प्रारम्म जो जाएगा तथा इसी पोट पर भारत की तरफ भारत के कस्टम विभाग के कार्यालय एवं नेपाल की तरफ नेपाल विभाग के कस्टम कार्यालय खुलेंगे। इस मार्ग के निर्माण में उत्तराखण्ड सरकार अपनी ओर से अनापत्ति प्रमाण पत्र दे चुकी है, लेकिन अभी वन विभाग की स्वीकति देनी बाकी है। एनएचएआई अतिशीघ्र वन विभाग में भूमि हस्तातरण के लिए ऑनलाईन आवेदन कर रहा है, जिसके प्रस्ताव तैयार हो रहे हैं।
श्री भट्ट ने एनएचएआई के प्रोजेक्ट डॉयरेक्टर वाईसी शर्मा से भारत सरकार की अपेक्षा के अनुरूप निश्चित समयावधि में कार्य सम्पन्न करने के लिए कहा है। सांसद श्री भट्ट ने कहा कि उक्त परियोजना सामरिक एवं आर्थिक दृष्टि से एक अति महत्वपूर्ण परियोजना है, जो कि दो देशों भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा को जोड़ती है, जिससे वाणिज्य वाहनों के आवागमन (यातायात) में सुविधा हो जाएगी एवं दोनों देशों को सामरिक एवं आर्थिक लाभ भी होगा। सांसद श्री भट्ट ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा उक्त परियोजना की निगरानी की जा रही है, जिससे इस अंतर्राष्ट्रीय राजमार्ग के महत्व को समझा जा सकता है।