रुद्रपुर- शिक्षक दिवस पर स्कूल संचालकों की पीड़ा आई सामने, बोले झूठा है “नो स्कूल नो फीस कंपेन”

रुद्रपुर । ऊधमसिंह नगर एसोसिएशन आफ इंडिपेंडेंस स्कूल के बैनर तले ज़िले के निजी स्कूलों के प्रबंधकों व प्रधानाचार्यों ने काले दिवस के रूप में शिक्षक दिवस मनाया और लाक डाउन के बाद उत्पन्न वर्तमान स्थिति को लेकर अपना पक्ष रखा। उनका कहना है कि अभिभावक उनके साथ हैं, कुछ शरारती तत्व माहौल को खराब
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रुद्रपुर- शिक्षक दिवस पर स्कूल संचालकों की पीड़ा आई सामने, बोले झूठा है “नो स्कूल नो फीस कंपेन”

रुद्रपुर । ऊधमसिंह नगर एसोसिएशन आफ इंडिपेंडेंस स्कूल के बैनर तले ज़िले के निजी स्कूलों के प्रबंधकों व प्रधानाचार्यों ने काले दिवस के रूप में शिक्षक दिवस मनाया और लाक डाउन के बाद उत्पन्न वर्तमान स्थिति को लेकर अपना पक्ष रखा। उनका कहना है कि अभिभावक उनके साथ हैं, कुछ शरारती तत्व माहौल को खराब करने अभिभावकों को गुमराह कर रहे हैं ।
एक रैस्टोरेंट में हुई पत्रकार वार्ता में उनका दर्द झलकता दिखाई दिया । उनका कहना है कि अभिभावकों में भ्रम फैलाने की कोशिश चंद ऐसे लोग कर रहे हैं जो अभिभावक तक नहीं हैं। डीपीएस के सुरजीत सिंह ने कहा कि देश में जीडीपी का 4.6 फ़ीसद धन शिक्षा पर खर्च होता है, इसलिए निजी स्कूल अस्तित्व में आए। आज भी देश के टाप 300 विश्व विद्यालयों में इंडिया का नाम नहीं है ।आज स्कूलों को एडवांस बनाना है , लेकिन अध्यापक खुशहाल नहीं हैं। कहा कि स्कूल हाईकोर्ट व सरकार के आदेशों का पालन कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि स्कूल विपरीत परिस्थितियों में काम कर रहे हैं । अभिभावक सकारात्मक दृष्टिकोण अपना कर यह जरूर सोचें कि टीचर खतरे में न आने पाएं ।
कोलंबस स्कूल के मनोज खेड़ा ने कहा कि कुछ असमाजिक तत्व विभिन्न प्रकार से स्कूलों के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं । सोशल मीडिया पर मर्यादित टिप्पणी कर रहे हैं । स्कूलों की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है । जिससे शिक्षक वर्ग स्वयं को आहत महसूस कर रहा है । इसी के विरोध में आज काला दिवस मनाया जा रहा है । कहा कि हाईकोर्ट एवं सरकार ने स्कूलों को शिक्षण शुल्क जमा करने की इजाज़त दी है, लेकिन कुछ लोग नो स्कूल नो फीस का भ्रामक कैंपेन चला कर अभिभावकों को स्कूल फीस जमा न करने को प्रेरित कर रहे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है । कहा कि निजी स्कूल आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं, शिक्षक एवं कर्मचारियों को भी आर्थिक संकट से गुजरना पड़ा है जिससे उनके मनोबल मैं कमी आई है । एसोसिएशन ने इस वक्त सरकार से आर्थिक पैकेज की मांग की है । कहा कि स्कूल बच्चों को अपना मानते हैं और उन्हें आन लाइन शिक्षा दी जा रही है ।उन्होंने अभिभावकों से गुमराह न होने की अपील की है । स्कूल प्रबंधकों का कहना है कि मार्च में लाक डाउन की वज़ह से अभी पिछले सत्र की पूरी फीस नहीं आई है ।
इस मौके पर भरत गोयल, बसंत बल्लभ भट्ट, मोहन चंद भट्ट, मधुप सिंह, मोहित राय, अजय कुमार बाजपेयी, धनञ्जय सिंह, अनमोल रिच, राजेश शैली समेत बड़ी संख्या में स्कूल प्रबंधक व प्रधानाचार्य मौजूद थे ।