वाह री सियासत: जिस अफसर ने बनाई छवि, उसके तबादले पर ही बांट दी मिठाई

फणीन्द्र नाथ गुप्ता रुद्रपुर। एक ऐसा अफसर जिसने न सिर्फ अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ किया, बल्कि अपने अधीनस्थों के काम पर पैनी नज़र रखी, जिससे महानगर की व्यवस्था पटरी पर रही और मेयर की आम जनता के बीच अच्छी छवि कायम हुई, उस अफसर के तबादले पर खुद मिठाई
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फणीन्द्र नाथ गुप्ता

रुद्रपुर। एक ऐसा अफसर जिसने न सिर्फ अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ किया, बल्कि अपने अधीनस्थों के काम पर पैनी नज़र रखी, जिससे महानगर की व्यवस्था पटरी पर रही और मेयर की आम जनता के बीच अच्छी छवि कायम हुई, उस अफसर के तबादले पर खुद मिठाई बांटते नज़र आए। हालांकि तबादला एक सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है, फिर भी इस तरह का कृत्य यह सोचने को विवश करता है कि राजनीतिक कारणों से ही सही, मगर क्या यह उचित था?

हाल में ही नगर निगम के नगर आयुक्त जयभारत सिंह का हरिद्वार तबादला हुआ, तो मेयर खुशी में मिठाई बांटते हुए नज़र आए। यह वही अफसर थे जिन्होंने अथक प्रयास करके महानगर की वर्षों पुरानी ट्रंचिंग ग्राउंड की समस्या का समाधान खोजा और ऐसी स्थिति के बीच जमीन पर कब्ज़ा लिया, जब सत्तारूढ़ दल के विधायक समेत विभिन्न लोग विरोध में खड़े थे । यही नहीं यहाँ कूड़ा निस्तारण प्लांट का एमओयू साइन करने तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । कचरे से सीएनजी बननी प्रस्तावित है जो नगर निगम की आय का स्रोत बनेगी ।
लाक डाउन के वक्त भी नगर आयुक्त ने पूरी जिम्मेदारी का परिचय दिया और सफाई कार्य से लेकर सेनेटाइजेशन के कार्य को अपनी देख रेख में कराया । साथ ही गरीबों की हर संभव मदद की । जिससे मेयर की छवि भी निखरी।
इसके अलावा महानगर के बाजार के सौंदर्यीकरण के काम को उन्होंने बखूबी अंजाम तक पहुंचाया । यह बहुत मुश्किल काम था । दरअसल पूरा बाजार अतिक्रमण की चपेट में था । लोगों ने बहुमंजिली इमारतें बना रखी थी और हाईकोर्ट ने अतिक्रमण हटाने के आदेश दे रखे थे । यह काम आसान नहीं था , मगर नगर आयुक्त जयभारत सिंह ने पूरी पारदर्शिता के साथ अतिक्रमण हटवाया और नाले व फुटपाथ बनवाने का कार्य शुरू कराया । यह दीगर बात है कि नगर आयुक्त अपने काम में राजनीतिक दखल बर्दाश्त नहीं करते थे, जिस कारण उनका विरोध था, लेकिन उनके कार्यों को नज़र अंदाज़ नहीं किया जा सकता ।