वाराणसी के बभनियांव में मिलीं आठवीं शताब्दी की दुर्लभ मूर्तियां  

वाराणसी। बभनियांव गांव में पुरातात्विक (Archaeological) अवशेषों की खोज (discovered) जारी है। खुदाई में लगातार यहां से प्रचीन मूर्तियां मिल रही हैं। एक मुखी शिवलिंग, शिव पार्वती, महिषासुर मर्दिनी समेत कई अन्य मूर्तियां मिल चुकी हैं। बीएचयू के इमेरिटस प्रोफेसर डॉ. मारुति नंदन तिवारी ने दावा किया है कि ये मूर्तियां आठवीं-नवीं शताब्दी की हैं।
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वाराणसी के बभनियांव में मिलीं आठवीं शताब्दी की दुर्लभ मूर्तियां  

वाराणसी। बभनियांव गांव में पुरातात्विक (Archaeological) अवशेषों की खोज (discovered) जारी है। खुदाई में लगातार यहां से प्रचीन मूर्तियां मिल रही हैं। एक मुखी शिवलिंग, शिव पार्वती, महिषासुर मर्दिनी समेत कई अन्‍य मूर्तियां मिल चुकी हैं। बीएचयू के इमेरिटस प्रोफेसर डॉ. मारुति नंदन तिवारी ने दावा किया है कि ये मूर्तियां आठवीं-नवीं शताब्दी की हैं। बता दें कि खुदाई में यहां जीमन (ground) के नीचे से प्रचीन दीवार भी मिल चुकी हैं।
वाराणसी के बभनियांव में मिलीं आठवीं शताब्दी की दुर्लभ मूर्तियां  
कई दिनों से बभनियांव गांव में टीले की खुदाई चल रही है। मूर्तियों की जांच के बाद प्रोफेसर डॉ मारुति नंदन ने बताया कि बभनियांव प्रतिहार काल में कला, संस्कृति एवं धर्म का महत्वपूर्ण क्षेत्र था। उन्होंने कहा कि इन स्थलों के सुरक्षित रखरखाव (maintenance) की व्यवस्था होनी चाहिए। इससे पुरातात्विक पर्यटन (archaeological tourism) को बढ़ावा दिया जाय।