रुद्रपुर: राजकीय मेडिकल कॉलेज के नाम परिवर्तन को लेकर गंगवार व राजेश शुक्ला में ठनी

रुद्रपुर। जिला पंचायत की बैठक में राजकीय मेडिकल कॉलेज का नाम बदलकर सरदार बल्लभ भाई पटेल के नाम पर रखने का प्रस्ताव पारित कर दिया। बैठक में पहुंचे किच्छा विधायक राजेश शुक्ला ने इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज का नाम सरकार ने उनके पिता स्वतन्त्रता सेनानी पंडित रामसुमेर शुक्ल के
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रुद्रपुर: राजकीय मेडिकल कॉलेज के नाम परिवर्तन को लेकर गंगवार व राजेश शुक्ला में ठनी

रुद्रपुर। जिला पंचायत की बैठक में राजकीय मेडिकल कॉलेज का नाम बदलकर सरदार बल्लभ भाई पटेल के नाम पर रखने का प्रस्ताव पारित कर दिया। बैठक में पहुंचे किच्छा विधायक राजेश शुक्ला ने इस पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज का नाम सरकार ने उनके पिता स्वतन्त्रता सेनानी पंडित रामसुमेर शुक्ल के नाम पर रखा था। यह प्रस्ताव शहीदों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान है। इस दौरान शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के प्रतिनिधि सुरेश गंगवार और विधायक शुक्ला के बीच तीखी बहस हुई।

जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि राजकीय मेडिकल कॉलेज ऊधमसिंह नगर का नाम सरदार बल्लभ भाई पटेल के नाम पर रखा जाए, जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित किया। बोर्ड की बैठक में यद्यपि विधायकों को आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन इस प्रस्ताव की भनक लगने पर विधायक राजेश शुक्ला बैठक में पहुंचे। उन्होंने इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताते हुए कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज नगर निगम क्षेत्र में है और सरकार ने तराई को बसाने में अहम योगदान देने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित रामसुमेर शुक्ल के नाम पर रखा है। सुरेश गंगवार ने कहा कि उनका सम्मान है। उनके नाम पर चौराहे पर प्रतिमा व पार्क है, लेकिन सदन की मांग पर राजकीय मेडिकल कॉलेज का नाम देश के गृह मंत्री रहे सरदार बल्लभ भाई पटेल के नाम पर रखा जाए। सदन ने इसका प्रस्ताव पारित कर दिया है, जिसे सरकार को भेजा जाएगा।

इस दौरान विधायक ने बरा इंटर कॉलेज के नाम को लेकर सवाल उठाया, जिस पर सुरेश गंगवार ने कहा कि कालेज का नाम बदल कर किसी महापुरुष के नाम पर रख दिया जाए उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। यहां बता दें कि बरा इंटर कॉलेज का नाम सुरेश गंगवार के भाई के नाम पर है। इस दौरान तीखी नोंक झोंक भी हुई। विधायक से सवाल किया गया कि जब विधायकों को बैठक में बुलाया ही नहीं गया तो उनके आने का औचित्य क्या है।

बैठक के बाद विधायक शुक्ल ने कहा कि एक षड्यंत्र के तहत विधायकों को बैठक में नहीं बुलाया गया। उन्हें जब पता लगा तो वह बैठक में पहुंच गए। कहा कि जिला पंचायत में पारित प्रस्ताव शहीद व स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है। जिला पंचायत को इस तरह का प्रस्ताव पारित करने का अधिकार नहीं है। यह उनकी बुद्धिहीनता का परिचायक है, क्योंकि उन्होंने सरदार बल्लभ भाई पटेल को विवाद में डाला है। वह उचित फोरम पर अपनी बात रखेंगे।
उधर, सुरेश गंगवार ने कहा कि यह सरदार बल्लभ भाई पटेल का अपमान है। सदन ने उनके नाम पर राजकीय मेडिकल कॉलेज का नाम रखने का प्रस्ताव पारित किया है। सरकार को यह तय करना है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत पूरे जिले की होती है।