रुद्रपुर का कचरा बनेगा निगम की आय का बड़ा साधन, देखिये कैसे किया मेयर और एमएनए ने यह बड़ा काम

रुद्रपुर । महानगर में अब कचरा समस्या नहीं, बल्कि वरदान साबित होगा। नगर निगम ने कचरा निस्तारण के लिए जैविक कचरा उपचार संयंत्र लगाने के लिए पुणे की मैलहेम इकोस एनवायरमेंट प्राइवेट कंपनी के साथ एमओयू साइन किया है । जिस पर मेयर रामपाल व नगर आयुक्त जयभारत सिंह ने हस्ताक्षर किए हैं । नगर
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रुद्रपुर का कचरा बनेगा निगम की आय का बड़ा साधन, देखिये कैसे किया मेयर और एमएनए ने यह बड़ा काम

रुद्रपुर । महानगर में अब कचरा समस्या नहीं, बल्कि वरदान साबित होगा। नगर निगम ने कचरा निस्तारण के लिए जैविक कचरा उपचार संयंत्र लगाने के लिए पुणे की मैलहेम इकोस एनवायरमेंट प्राइवेट कंपनी के साथ एमओयू साइन किया है । जिस पर मेयर रामपाल व नगर आयुक्त जयभारत सिंह ने हस्ताक्षर किए हैं ।
नगर निगम सभागार में मेयर रामपाल सिंह व नगर आयुक्त जयभारत सिंह ने पत्रकारों से बात करके इसकी जानकारी दी। उन्होंने कम्प्रैस्ड बायोगैस प्लांट एवं ट्रोमल कन्वेयर मशीन के बारे में विस्तार से जानकारी दी । बताया कि भविष्य में कचरा नगर निगम की आय का स्रोत बनने जा रहा है । बताया कि शहर के कचरेको रीसाइकिल करके नगर निगम सीबीजी प्लांट में सीएनजी गैस तैयार करेगा । यह बायोगैस का प्लांट उत्तराखंड और उत्तर भारत का पहला बड़ा प्रोजेक्ट है । जीरो इंवेस्टमेंट में रेवन्यू आफ द गवर्नमेंट के आधार पर इस प्रकार का यह प्रोजेक्ट है जो तीन रुपये प्रति मीट्रिक टन की दर से 24000 रुपये प्रति माह के हिसाब से नगर निगम को कंपनी द्वारा भुगतान किया जाएगा । मेयर रामपाल का कहना है कि नगर निगम रुद्रपुर के वाहनों को गैस की आपूर्ति करने के साथ ही इसे बेच कर मुनाफा कमाएगी।
इस परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक पिछले दिनों कर चुके हैं । यह प्रोजेक्ट फाजलपुर महरौला में छह एकड़ भूमि पर लगेगा । जून 2021 तक कचरा निस्तारण का काम शुरू हो जाएगा । बताया कि कंपनी ने नगर निगम से 25 साल का करार किया है ।