रुद्रपुर: बेहड़ अड़े तो निरस्त हुआ तो निरस्त हुआ किसानों के शोषण का ये आदेश

रुद्रपुर। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़ के नेतृत्व में हुए धरने के बाद सहकारिता विभाग ने किसानों पर 95 क आरसी काटने के आदेश को स्थगित कर दिया। एसडीएम विशाल मिश्रा की मौजूदगी में लिखित आश्वासन के बाद श्री बेहड़ ने धरना समाप्त किया। श्री बेहड़ ने डीएम को संबोधित ज्ञापन में कहा कि ऊधम
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रुद्रपुर: बेहड़ अड़े तो निरस्त हुआ तो निरस्त हुआ किसानों के शोषण का ये आदेश

रुद्रपुर। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलकराज बेहड़ के नेतृत्व में हुए धरने के बाद सहकारिता विभाग ने किसानों पर 95 क आरसी काटने के आदेश को स्थगित कर दिया। एसडीएम विशाल मिश्रा की मौजूदगी में लिखित आश्वासन के बाद श्री बेहड़ ने धरना समाप्त किया।

श्री बेहड़ ने डीएम को संबोधित ज्ञापन में कहा कि ऊधम सिंह नगर के सभी सहकारी समितियों को किसानों पर 95क की कार्यवाही कर आरसी जारी करने के निर्देश जिला सहायक निबंधक,सहकारी समिति उधम सिंह नगर द्वारा दिनांक 3 मार्च 2021 को जारी कर दिए हैं। जिसमें साफ़ लिखा है ऊधम सिंह नगर की सहकारी समितियों में जिस भी बकायेदार पर 50000 रुपये से अधिक का बकाया है। उन सभी किसानों पर जल्द ही 95 क की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों में किसानों का लगभग 22 करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है, जिसमे नेफिड का 5 करोड़ से अधिक का बकाया है। बगवाड़ा सोसाइटी में कसानों का लगभग 12 हजार कुंटल धान से भी ज्यादा का किसानों का बकाया है। जिसकी कुल कीमत 2 करोड़ 24 लाख से भी ज्यादा है। जब उत्तराखंड की भाजपा सरकार राज्य के किसानों को उनका बकाया देने में असमर्थ है तो उनपर 95क की कार्यवाही के आदेश जारी कर किसानों का उत्पीडन क्यूँ किया जा रहा है?
कहा कि किसानो के गन्ने का भुगतान आज तक नहीं हुआ है, जब से केंद्र में भाजपा सरकार आई है किसानों को निराशा के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। गन्ना उत्पादकों को फसल की कीमत सही समय पर नहीं मिलती। जिस कारण तराई का किसान हताश व निराश नजर आता है। यही किसान देश के नागरिकों को तीन समय भोजन उपलब्ध कराने के लिए अपने रात-दिन एक करता है और खेत में हल चलाकर अन्न पैदा करता है, लेकिन लगता है कि केंद्र व राज्य सरकार को किसान के सुख-दुख से कोई सरोकार नहीं है।

कहा कि जल्द ही ऊधमसिंह नगर सहकारी समितियों द्वारा 95क की कार्यवाही का आदेश वापिस नहीं लिया गया या फिर किसी भी किसान पर कार्यवाही अमल में लायी गयी तो किसानों के साथ मिलकर आन्दोलन किया जायेगा। इस दौरान एसडीएम विशाल मिश्रा, तहसीलदार अमृता शर्मा और सहकारिता विभाग के अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने किसानों की बात को जायज माना तथा पहले उनका भुगतान कराने का आश्वासन दिया। सहकारिता विभाग ने लिखित आश्वासन दिया कि वसूली के आदेश स्थगित किए जाते हैं। साथ ही समिति बोर्ड की बैठक में कार्यवाही स्थगित की जाती है। वसूली रोकने के लिखित आश्वासन व किसानों के बकाया भुगतान के आश्वासन पर धरना खत्म किया गया।

इस दौरान कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा, पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा, किन्नू शुक्ला, रमेश तिवारी गुड्डू, , दिनेश पन्त, हरीश बावरा, संदीप चीमा, सर्वर यार खां, बबलू चौधरी, धीरज रघुवंशी, गुरचरण सिंह बब्बू, मेजर सिंह, रणजीत सिंह, श्री राम शर्मा, परिमल राय,दिलीप अधिकारी, अजीत सचदेवा, मोनू निषाद , मोहन खेड़ा, गौरव खुराना, आमिर हुसैन, उम्र अली, मोहन कुमार, कैलाश राठौर आदि शामिल थे।