रुद्रपुर: बेरोजगारी के मुद्दे पर क्यों नहीं होती मन की बात: सुप्रिया

रुद्रपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि देश के युवाओं के हाथ यदि खाली रहेंगे तो राष्ट्र निर्माण नहीं हो सकता। युवाओं की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है। युवाओं के हाथ से रोजगार छिनता जा रहा है, लेकिन इस पर कोई बात नहीं हो रही है। यह मुद्दा मन की बात में
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रुद्रपुर: बेरोजगारी के मुद्दे पर क्यों नहीं होती मन की बात: सुप्रिया

रुद्रपुर। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि देश के युवाओं के हाथ यदि खाली रहेंगे तो राष्ट्र निर्माण नहीं हो सकता। युवाओं की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है। युवाओं के हाथ से रोजगार छिनता जा रहा है, लेकिन इस पर कोई बात नहीं हो रही है। यह मुद्दा मन की बात में शामिल नहीं हुआ।

सुप्रिया आज रामपुर रोड स्थित एक होटल में डिप्लोमा धारक युवाओं के साथ संवाद कार्यक्रम में बोल रहीं थीं । गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से 600 युवा जिन्होंने छह वर्ष की मेहनत के बाद डिप्लोमा हासिल किया था और उन्हें अशोका लीलैंड में नौकरी पर नहीं रखा जा रहा है, जिसे लेकर कांग्रेस नेता हरीश पनेरु और राजेंद्र पाल सिंह पाटू ने कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत को इस मामले से अवगत कराया था, जिसके तहत वह आज यहां पहुंची ।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सरकारी और निजी क्षेत्रों में नौकरियां नहीं मिल पा रही, क्योंकि उपभोग और निवेश समाप्त होता जा रहा है उपभोग के बाद ही निवेश में बढ़ोतरी होती है जिससे नौकरियां पैदा होती हैं, लेकिन निवेश कम होता जा रहा है, जिससे नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है । उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सिडकुल की स्थापना की थी। जहां देश की नामी-गिरामी कंपनियों ने अपने उद्योग स्थापित किए थे ताकि यहां के युवाओं को रोजगार मिल सके, लेकिन वर्तमान में कंपनियों का प्रोडक्शन कम हो चुका है ।जिससे उपभोग की मात्रा में भी कमी आई है और नौकरियां समाप्त होती जा रही हैं। सुप्रिया ने कहा कि सरकार को इस और ध्यान देना चाहिए ताकि युवाओं को नौकरियां मिल सके। उन्होंने कहा किस सरकार के स्लोगन बेहद बड़े और लुभावने हैं, लेकिन उनका काम धरातल पर नजर नहीं आ रहा। सुप्रिया ने कहा कि कौशल विकास मंत्रालय युवाओं के विकास के लिए गठित हुआ है ताकि उन्हें नौकरी उपलब्ध हो सके, लेकिन जब युवाओं को रोजगार ही नहीं मिल रहा तो ऐसे मंत्रालय का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि यह बेहद परेशान करने वाली बात है कि जिन युवाओं छह वर्ष तक नौकरी की आस में कोर्स किया । उस कोर्स को सरकारी मान्यता ही नहीं है, ऐसे में वह कहीं भी नौकरी नहीं कर सकते। सुप्रिया ने केंद्र सरकार पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य का बजट काट दिया है । कहा कि शिक्षा का बजट ही कम हो जाएगा तो युवा पढ़ाई कैसे करेंगे और जब पढ़ाई ही नहीं कर पाएंगे तो उन्हें नौकरी कैसे मिलेगी । उन्होंने नारा दिया कि पढ़ेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया, क्योंकि युवा पकोड़े तलने नहीं आया है। उन्होंने कहा वह प्रधानमंत्री का सम्मान करती हैं, लेकिन वह देश हित के मुद्दों की बात नहीं करते। युवाओं को 100 प्रतिशत रोजगार चाहिए ।

उन्होंने कहा कि आज का युवा बेरोजगारी और महंगाई से परेशान हो चुका है। पेट्रो पदार्थों के दाम आसमान छू रहे हैं, लेकिन युवाओं के पास रोजगार नहीं है तो ऐसे में देश कैसे तरक्की कर सकता है। उन्होंने कहा कि सच्चा देशभक्त वही होता है जो दो वक्त की रोटी रोजी कमा कर परिवार का भरण पोषण करें और समाज का अहम हिस्सा बने । आज के युवाओं को देश भक्ति का प्रमाण पत्र नहीं बल्कि रोजगार चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो चुकी है। नोटबंदी, जीएसटी और तालाबंदी ने कंपनियों की कमर तोड़ दी है। जिससे रोजगार प्रभावित हुए हैं। उन्होंने आह्वान किया कि युवाओं को अपने हक और हुकूक की लड़ाई के लिए आवाज बुलंद करनी होगी। इस दौरान वरुण कपूर, साजिद खान आदि मौजूद थे ।संचालन अंशुल वर्मा ने किया।