रुद्रपुर: धूल के गुबार से गुलज़ार है बाजार, व्यापार मंडल ने किया यह ऐलान

रुद्रपुर। मुख्य बाजार में दीपावली का सीजन में भी पर्याप्त साफ-सफाई की व्यवस्था न होने के कारण व्याप्त धूल- धक्कड़ से व्यापारी व आम जनता परेशान है। हर तरफ धूल के गुबार से खिन्न व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा व महामंत्री हरीश अरोरा नें सोमवार को नगर निगम के सम्मुख धरना करने का ऐलान कर
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रुद्रपुर: धूल के गुबार से गुलज़ार है बाजार,  व्यापार मंडल ने किया यह ऐलान

रुद्रपुर। मुख्य बाजार में दीपावली का सीजन में भी पर्याप्त साफ-सफाई की व्यवस्था न होने के कारण व्याप्त धूल- धक्कड़ से व्यापारी व आम जनता परेशान है। हर तरफ धूल के गुबार से खिन्न व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा व महामंत्री हरीश अरोरा नें सोमवार को नगर निगम के सम्मुख धरना करने का ऐलान कर दिया है।
एक बयान में व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा ने कहा कि समस्त भारतवर्ष में आम जनमानस के लिए दीपावली प्रमुख तैयार होता है | इस त्योहार की तैयारियों के लिए प्रत्येक भारतवासी बहुत उत्साह व खुशियों से बाजार आता है और अपने लिए अधिक से अधिक खरीदारी भी करता है। बड़ी संख्या में आम जनता के बाजारों में उमड़ आने से व्यापारी वर्ग भी उत्साहित हो जाता है और इस प्रकार यह पूरा त्यौहार अर्थ व्यवस्था के लिए भी संजीवनी का कार्य करता है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक शहर में स्थानीय निकाय बाजारों की विशेष साफ-सफाई रखते हैं लेकिन रुद्रपुर में तो मानों नगर निगम कुम्भकर्णी नींद सो रहा है। पूरे बाजार मे नाली व खड़ंजा निर्माण के पश्चात निर्माण सामग्री व धूल धक्कड़ से पटा पड़ा है जिससे समस्त दुकानदारों व आम जनता को बहुत परेशानी हो रही है । खरीदारी के लिए आया परिवार इस गंदगी व धूल से परेशान हो उठता है और उसके दिल दिमाग में रुद्रपुर की एक विकृत तस्वीर भी पनप जाती है । यह हमारे नगर निगम की बहुत बड़ी असफलता है। इसके खिलाफ कल सोमवार को दोपहर 12:00 बजे से लेकर 1:00 बजे तक नगर निगम के सम्मुख धरना दिया जाएगा।
व्यापार मंडल महामंत्री हरीश अरोरा ने कहा कि कोरोना काल में व्यापारी समाज को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है । अर्थव्यवस्था ठप पड़ गई थी ।आज जब देश के प्रमुख त्योहार दीपावली में ग्राहकों की खरीदारी संजीवनी का कार्य कर सकती हैं तब भी नगर निगम की काहिली के चलते बाजार को बहुत बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।किसी भी शहर की तस्वीर उसके बाजार दिखाते हैं और यदि बाजारों में ही ऐसे प्रमुख त्यौहार में साफ-सफाई की व्यवस्था न हो पाए तो उससे संपूर्ण अर्थव्यवस्था को भी गहरा धक्का लगता है।