रुद्रपुर: जिला पंचायत बोर्ड की बैठक से नदारद रहे अफसर, बोर्ड ने पारित कर निंदा प्रस्ताव, फिर सांसद ने क्या बड़ी बात कह कर वापस कराया प्रस्ताव

रुद्रपुर । जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में एक भी अफसर के न पहुंचने पर जिला पंचायत सदस्यों ने निंदा प्रस्ताव पारित कर दिया । बाद में सांसद अजय भट्ट ने सदस्यों से कहा कि यदि भविष्य में अफसर बैठक में शामिल नहीं हुए तो वह लोकसभा में निंदा प्रस्ताव लाएंगे । उन्होंने अनुरोध किया
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रुद्रपुर: जिला पंचायत बोर्ड की बैठक से नदारद रहे अफसर, बोर्ड ने पारित कर निंदा प्रस्ताव,  फिर सांसद ने क्या बड़ी बात कह कर वापस कराया प्रस्ताव

रुद्रपुर । जिला पंचायत बोर्ड की बैठक में एक भी अफसर के न पहुंचने पर जिला पंचायत सदस्यों ने निंदा प्रस्ताव पारित कर दिया । बाद में सांसद अजय भट्ट ने सदस्यों से कहा कि यदि भविष्य में अफसर बैठक में शामिल नहीं हुए तो वह लोकसभा में निंदा प्रस्ताव लाएंगे । उन्होंने अनुरोध किया कि अवकाश के कारण आज पारित निंदा प्रस्ताव को वापस ले लिया जाए । सांसद के अनुरोध पर जिला पंचायत अध्यक्ष की अनुमति से निंदा प्रस्ताव वापस ले लिया गया ।

हुआ यूँ कि कि बोर्ड की बैठक में आज कोई अफसर नहीं आया । यहां तक कि मुख्य विकास अधिकारी जिनके पास जिला पंचायत का मुख्य अधिकारी का दायित्व है वो भी उपस्थित नहीं हुए । जिस पर जिला पंचायत सदस्य उत्तम आचार्य ने कहा कि यह उचित फोरम है, जहाँ जनता के चुने हुए जिला पंचायत सदस्य अपनी समस्या रखते हैं, लेकिन अफसर आते ही नहीं हैं । उन्होंने निंदा प्रस्ताव रखा तो ध्वनि मत से उसे पारित कर दिया गया ।

बाद में सांसद अजय भट्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, विधायक राजेश शुक्ला बोर्ड की बैठक में पहुंचे तो उन्हें इसका पता लगा । सांसद ने अपने संबोधन में कहा कि आज कोई कारण रहा होगा, जिस कारण अफसर नहीं पहुंचे, तो सदन से आवाज आई कि जब से नया बोर्ड बना है तभी से अफसरों का यही रवैया है । तब सांसद अजय भट्ट ने कहा कि लोकतंत्र में यदि अफसर नियमों की अवहेलना करेंगे तो वह वादा करते हैं कि ऐसे अफसरों को वह लोकसभा तक में बुलाएंगे। वह लोकसभा में निंदा प्रस्ताव लाएंगे । उन्होंने अनुरोध किया कि अवकाश के कारण आज पारित निंदा प्रस्ताव को वापस ले लिया जाए, जिस पर सदस्यों ने वापस ले लिया ।
सांसद अजय भट्ट ने स्पष्ट कहा कि लोकतंत्र से बड़ा कोई नहीं होता ।
इससे पहले विधायक राजेश शुक्ला ने भी अफसरों की गैर मौजूदगी पर चिंता व्यक्त की । जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार के पति व केंद्रीय श्रम सलाहकार बोर्ड के सदस्य सुरेश गंगवार ने तो यह तक कह डाला कि यदि अफसरों का यही रवैया रहा तो प्रदेश में सरकार आना भी मुश्किल हो सकता है । अफसर हमेशा वी सी में व्यस्त होने का बहाना बनाते हैं, जिस कारण जनता तक की सुनवाई नहीं हो पा रही है ।