रुद्रपुर: आशीर्वाद योजना इस तरह बनी अभिशाप, सैकड़ों युवा धरने पर

रुद्रपुर। सरकार की आशीर्वाद योजना अब प्रदेश के युवाओं के लिए अभिशाप साबित हुई है। दरअसल अशोका लीलैंड कंपनी में छह वर्ष का डिप्लोमा करने के बाद युवाओं को निकाल दिया गया। अब इस डिप्लोमा की कोई मान्यता न होने की बात सामने आई है। डिप्लोमा धारक स्थायी रोजगार की मांग को लेकर कंपनी के
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रुद्रपुर: आशीर्वाद योजना इस तरह बनी अभिशाप, सैकड़ों युवा धरने पर

रुद्रपुर। सरकार की आशीर्वाद योजना अब प्रदेश के युवाओं के लिए अभिशाप साबित हुई है। दरअसल अशोका लीलैंड कंपनी में छह वर्ष का डिप्लोमा करने के बाद युवाओं को निकाल दिया गया। अब इस डिप्लोमा की कोई मान्यता न होने की बात सामने आई है। डिप्लोमा धारक स्थायी रोजगार की मांग को लेकर कंपनी के गेट पर धरने पर बैठ गए।

पंतनगर सिडकुल स्थित अशोक लीलैंड में सैकड़ों युवाओ ने कांग्रेस नेता सुमित हृदयेश, हरीश पनेरू व सुशील गाबा की अगुवाई में कंपनी गेट पर जबरदस्त धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान एक श्रमिक द्वारा कंपनी प्रबन्धन के उत्पीड़न की शिकायत पर भड़के कांग्रेसी नेताओं व समस्त श्रमिकों नें कंपनी गेट पर कूच कर दिया। कंपनी गेट पर तैनात अधिकारियों व पुलिस कर्मियों ने भी उन्हें रोकने के लिए तैयारी कर ली। इससे कंपनी गेट पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई। कांग्रेसी नेता सुशील गाबा व कुछ पुलिस अधिकारियों ने जैसे तैसे आंदोलनकारी श्रमिकों को वापस धरनास्थल पर भेज कर हालात को संभाला। इसके बाद पुलिस क्षेत्राधिकारी अमित कुमार , तहसीलदार अमृता शर्मा, कांग्रेसी नेता व श्रमिकों की वार्ता विफल रही। जिस पर श्रमिक फिर धरने पर बैठ गए ।एआईसीसी सदस्य सुमित हृदयेश ने कहा कि आशीर्वाद योजना के तहत प्रदेश के इंटर पास युवाओं को डिप्लोमा कराया गया। चार साल का डिप्लोमा छह वर्ष में पूरा हुआ। अब पता लगा कि इस डिप्लोमा की कहीं मान्यता नहीं है। कंपनी ने स्थायी रोजगार का सपना दिखा कर अब बाहर का रास्ता दिखा दिया।

डिप्लोमा को सरकारी विभाग तो छोड़िए, बल्कि सिडकुल की अन्य कंपनिया भी अप्रमाणित मान रही हैं।
श्री हृदयेश ने कहा कि इस लड़ाई को वे जीतेंगे। ऐसा उन्हें विश्वास है। वह अफसरों से बात कर रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश महासचिव हरीश पनेरू नें कहा कि प्रत्येक युवा से उसके तमाम शैक्षिक प्रमाण पत्रों की मूल प्रति भी जमा करा ली गई। जिससे वह उच्च शिक्षा एवं अन्य सरकारी व निजी संस्थाओ मे सेवा हेतु आवेदन से भी वंचित रहे। काग्रेस जिला महासचिव सुशील गाबा ने कहा कि उत्तराखंड के नौजवानों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ होने वाले हर आंदोलन में वह योगदान देंगे। आंदोलन को अहिंसा व संविधान के दायरे में रहकर संचालित करना होगा।

इस दौरान ओंकार सिंह ढिल्लो, अनिल रावत, नंद लाल, मनीष गोस्वामी, विजय मंडल, किशोर हलधर, जगमोहन बगड़वाल, डॉ. मयंक भट्ट, योगेंद्र बिष्ट, संजय रावत, रविन्द्र रावत, कुंदन बोहरा, बालम बिष्ट, प्रदीप नेगी, हिमांशु जोशी, सुदर्शन परमार, शुभम जोशी, हिमांशु गांधी आदि श्रमिक मौजूद थे।