यूरिया नहीं अब इफको की ये खाद बढ़ाएगी फसलों की उत्पादकता

फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए आंवला के इफको ने यूरिया का विकल्प खोज निकाला है। इफको (IFFCO) जल्द ही खाद के विकल्प में नैनो नाइट्रोजन खाद (Nano Nitrogen Fertilizer) लेकर आ रहा है। नैनो नाइट्रोजन खाद यूरिया की एक बोरी की तुलना में 500 मिली लीटर की एक बोतल ही उत्पादकता के लिए अधिक
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यूरिया नहीं अब इफको की ये खाद बढ़ाएगी फसलों की उत्पादकता

फसलों की उत्‍पादकता बढ़ाने के लिए आंवला के इफको ने यूरिया का विकल्प खोज निकाला है। इफको (IFFCO) जल्द ही खाद के विकल्प में नैनो नाइट्रोजन खाद (Nano Nitrogen Fertilizer) लेकर आ रहा है। नैनो नाइट्रोजन खाद यूरिया की एक बोरी की तुलना में 500 मिली लीटर की एक बोतल ही उत्पादकता के लिए अधिक होगी। उसके दाम भी यूरिया (Urea) खाद से सस्ते होंगे।

यूरिया नहीं अब इफको की ये खाद बढ़ाएगी फसलों की उत्पादकता
इफको के एमडी डॉक्टर उदयशंकर अवस्थी ने बताया कि इफको अभी नैनो नाइट्रोजन खाद पर रिसर्च कर रहा है। संभव है कि साल के अंत तक यह खाद किसानों को उपलब्ध होने लगेगी। एमडी उदयशंकर अवस्थी ने यह भी बताया कि इफको केवल यूरिया ही नहीं बल्कि जिंक (Zinc) और कॉपर (Copper) के भी नैनो संस्करण तैयार कर रहा है। इससे किसानों की हालत में सुधार आएगा और कृषि क्षेत्र में क्रांति के साथ-साथ ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) में भी कमी आएगी।
नैनो नाइट्रोजन खाद की उत्पादन लागत यूरियों से कम होने की वजह से किसानों को यह कम रेट में उपलब्ध भी होगी। डॉ. उदयशंकर अवस्थी ने कहा कि यूरिया का एक बोरा सब्सिडी (Subsidy) के बिना 1100 रुपये का होता है और सब्सिडी के बाद इसकी कीमत 260 रुपये रह जाती है जबकि नैनो नाइट्रोजन बिना सब्सिडी के ही 260 रुपये से कम में मिल जाएगा।