यूपी पुलिस के पास अब नजर नहीं आएगी अंग्रेजों के जमाने की राइफल, वजह जानकर आप भी कहेंगे-ठीक हुआ

गणतंत्र दिवस पर यूपी पुलिस को मिली थ्री नॉट थ्री से आजादी: अंग्रेजों के जमाने से पुलिस की भरोसेमंद साथी रही थ्री नॉट थ्री राइफल 26 जनवरी को महकमे से विदा हो गई। 71वें गणतंत्र दिवस पर सरकार ने यूपी पुलिस को इस पुराने हथियार से आजादी दे दी। अब पुलिस के पास एसएलआर और
 | 
यूपी पुलिस के पास अब नजर नहीं आएगी अंग्रेजों के जमाने की राइफल, वजह जानकर आप भी कहेंगे-ठीक हुआ

यूपी पुलिस के पास अब नजर नहीं आएगी अंग्रेजों के जमाने की राइफल, वजह जानकर आप भी कहेंगे-ठीक हुआ

गणतंत्र दिवस पर यूपी पुलिस को मिली थ्री नॉट थ्री से आजादी: अंग्रेजों के जमाने से पुलिस की भरोसेमंद साथी रही थ्री नॉट थ्री राइफल 26 जनवरी को महकमे से विदा हो गई। 71वें गणतंत्र दिवस पर सरकार ने यूपी पुलिस को इस पुराने हथियार से आजादी दे दी। अब पुलिस के पास एसएलआर और इंसास राइफलें नजर आएंगी। यूपी के कई जिलों में गणतंत्र दिवस परेड के बाद थ्री नॉट थ्री को विदाई दी गई।

यूपी पुलिस का लंबे समय तक साथ निभाने वाली .303 राइफल को अब अलविदा कह दिया गया है। बदलते समय और आधुनिकता की दौड़ में अब ये हथियार पुराना हो चुका है। हर बार गोली चलाने के बाद इस राइफल को लोड करना पड़ता था। ऐसे में मुठभेड़ होने पर पुलिस के सामने हमेशा दिक्कत खड़ी हो जाती थी।

अंग्रेजों ने बनाई थी थ्री नॉट थी
थ्री नॉट थ्री का असली नाम ली इनफील्ड राइफल है। इसका आविष्कार ब्रिटेन के जेम्स पेरिस ली और आरएएसएफ इनफील्ड ने 1985 में किया। इस राइफल का इस्तेमाल ब्रिटिश आर्मी और कॉमनवेल्थ देश किया करते थे। इसके बाद समय-समय पर यह राइफल अपग्रेड की गई। भारत में इस राइफल का निर्माण 1907 में शुरु हुआ। इंडियन आर्डिनेंस फैैक्ट्री ईशापुर ने 1907 से 1974 के बीच इन राइफलों का कई बार निर्माण किया। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान यह राइफल पहली बार दुनिया के सामने आई थी।

पहले विश्व युद्ध का अत्याधुनिक हथियार थी ‘थ्री नॉट थ्री राइफल’

थ्री नॉट थ्री का सबसे पहले इस्तेमाल 1914 में पहले विश्व युद्ध में हुआ था। इसकी मारक क्षमता लगभग करीब 2 किलोमीटर थी। यूपी पुलिस के पास यह हथियार 1945 में आया। इससे पहले मस्कट राइफल 410 का प्रयोग होता था। थी्र नॉट थी्र के बाद 80 के दशक में एसएलआर पुलिस को मिली। मगर थी्र नॉट थी्र का इस्तेमाल जारी रहा। अपराधियों के पास आधुनिक हथियार आने के बाद सरकार ने बरसों पुरानी इस राइफल को बदलने की सोची।

यूपी पुलिस को मिलीं इंसास और एसएलआर
यूपी पुलिस में एके-47 और एके-56 जैसे हथियार हैं। इसके साथ ही .303 राइफल को हटाने के बाद 70 हजार इंसास और 30 हजार एसएलआर भेजी गई हैं। .303 राइफल को अब हर जिले की पुलिस लाइन में आरआई के यहां जमा कराया जाएगा।

थ्री नॉट थ्री की कुछ खास बातें
वजन: 4.19 किग्रा
लंबाई: 49.6 इंच
कारतूस: .303
मारक क्षमता: 2.72 किमी
मैगजीन: 10 गोलियां