यहां होता है जबर्दस्त हंगामा इसीलिए, बरेली कॉलेज का सेंटर कोई कालेज नहीं लेना चाहता, क्या है पूरा मामला, देखें परीक्षाओं से जुड़ी यह खबर…

12 दिसंबर से शुरू हो रही है एलएलबी की परीक्षा, स्वकेंद्र बनाया गया है बरेली कॉलेज न्यूज टुडे नेटवर्क। शासन के नियम है कि बोर्ड और विश्वविद्यालय के परीक्षाओं में स्वकेंद्र की व्यवस्था को खत्म किया जा चुका है लेकिन रुहेलखंड विश्वविद्यालय शासन के इन निर्देशों को नजरअंदाज कर रहा है। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड
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यहां होता है जबर्दस्त हंगामा इसीलिए,  बरेली कॉलेज का सेंटर कोई कालेज नहीं लेना चाहता,  क्या है पूरा मामला, देखें परीक्षाओं से जुड़ी यह खबर…

12 दिसंबर से शुरू हो रही है एलएलबी की परीक्षा,  स्वकेंद्र बनाया गया है बरेली कॉलेज

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। शासन के नियम है कि बोर्ड और विश्वविद्यालय के परीक्षाओं में स्वकेंद्र की व्यवस्था को खत्म किया जा चुका है लेकिन रुहेलखंड विश्वविद्यालय शासन के इन निर्देशों को नजरअंदाज कर रहा है। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय की एलएलबी की परीक्षाएं  12 दिसंबर से शुरू होने जा रही है । इन परीक्षाओं में बरेली कॉलेज को ही स्वकेंद्र बना दिया गया है।  इसी के साथ बरेली कॉलेज प्रशासन की भी टेंशन दोगुनी बढ़ा दी है क्योंकि इस बार रोहिलखंड विश्वविद्यालय प्रशासन ने बरेली कॉलेज का एग्जाम सेंटर किसी और कॉलेज को दिया ही नहीं है।

इसलिए इस बार की एलएलबी परीक्षा बरेली कॉलेज में ही संपन्न होंगी। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि बरेली कॉलेज का एग्जाम सेंटर आसपास के 9 जिलों में कोई भी कॉलेज वाला लेना नहीं चाहता। इसी बात की टेंशन बरेली कॉलेज प्रशासन को सता रही है। कॉलेज में ही स्वकेंद्र ना रहे। इसके लिए कॉलेज के प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के पी सिंह से मुलाकात कर बरेली कॉलेज का सेंटर किसी और कॉलेज में कराने की सिफारिश की।

जबकि विवादों से बचने के लिए बरेली और मुरादाबाद मंडल के किसी भी कॉलेज ने अपने यहां बरेली कॉलेज के छात्रों का एग्जाम कराने से साफ इनकार कर दिया है। क्योंकि बीते सत्र बरेली कॉलेज का सेंटर महाराजा अग्रसेन कॉलेज में बनाया गया था। जिसमें बरेली कॉलेज के एलएलबी छात्रों ने जमकर गुंडागर्दी करते हुए परीक्षाएं दी थी।  नकल करते छात्र नेताओं को जब नकल करते रोकने की कोशिश की थी तो परीक्षा दे रहे छात्र नेताओं ने उड़ल दस्‍ते और शिक्षकों को जमकर पीटा था।

यहां तक कि छात्र नेताओं ने नकल करने के लिए क्लास में लगे सीसीटीवी कैमरे तक तोड़ दिए थे कॉलेज प्रशासन को पुलिस की मौजूदगी में ही एग्जाम कराना पड़ा था। इसी बात से परेशान कोई भी कॉलेज वाला बरेली कॉलेज के छात्रों का एग्जाम सेंटर अपने यहां नहीं चाहता।

9 दिन में कैसे बदलेगा एग्जाम सेंटर

विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षा 12 दिसंबर से शुरू हो रही है ऐसे में अचानक से एग्जाम सेंटर को बदलने को लेकर काली प्रशासन लगातार विश्वविद्यालय से मांग कर रहा है् । ऐसे में सवाल उठ रहे हैं। कि परीक्षा से एन वक्त पर सैकड़ों छात्र-छात्राओं का एग्जाम सेंटर कहीं और कैसे बनाया जाए।

तो कॉलेज में है हंगामा होने की आशंका

बरेली कॉलेज प्रशासन को अपने कैंपस में अपने ही छात्रों का एग्जाम कराने में इसलिए आनाकानी है क्योंकि कॉलेज प्रशासन को डर सता रहा है। कि हमेशा की तरह इस बार भी एलएलबी एग्जाम में छात्र नेता जमकर मनमानी करेंगे जिसका असर कॉलेज की छवि पर पडेगा इसीलिए कॉलेज प्रशासन छात्र नेताओं की गुंडागर्दी से डरे सहमे होने के कारण अपने यहां स्व केंद्र नहीं बनने देना चाहता ।

पहले भी कई बार हो चुका है हंगामा

बता दे कि बरेली कॉलेज में पहले भी परीक्षा के दौरान जमकर हंगामा हो चुका है।  छात्र नेता परीक्षा में नकल करने को लेकर जमकर मनमानी करते हैं।  हर बार परीक्षा कराने को लेकर पुलिस प्रशासन की भी मदद ली जाती है तब कहीं जाकर कॉलेज में शांति पूर्वक एग्जाम हो पाता है।

छात्र नेताओं के कमरों में ड्यूटी नहीं करना चाहते बरेली कॉलेज के शिक्षक

बरेली कॉलेज में एग्जाम ड्यूटी के लिए भी कॉलेज के ही शिक्षकों को तैनात किया जाता है लेकिन इस बार कॉलेज के शिक्षक उन कमरों में ड्यूटी करना ही नहीं चाहते जिन क्लास रूम में छात्र नेताओं का एग्जाम सेंटर बनाया गया है।  क्योंकि परीक्षा में छात्रों को नकल करते यह शिक्षक नहीं रोक पाते। क्योंकि बरेली कॉलेज में ही कई बार छात्र नेताओं को जब भी नकल करते शिक्षक रोकते टोकते हैं तो यह उनके साथ धक्का-मुक्की तक कर बैठते हैं ।  इसीलिए शिक्षक और कॉलेज प्रशासन अपने ही छात्रों का एग्जाम सेंटर बरेली कॉलेज में नहीं चाहता।

कुलपति से भी कर चुके हैं धक्का-मुक्की

बता देगी बरेली कॉलेज के छात्र नेताओं की गुंडागर्दी इस कदर हावी है कि छात्रनेता कुलपति तक से नहीं डरते।  कुछ वर्षों पूर्व एलएलबी परीक्षा के दौरान नकल करते छात्र नेताओ को तत्कालीन कुलपति प्रोफेसर मुशाहिद हुसैन ने बरेली कॉलेज में छापा मारकर जब  छात्र नेताओं को नकल करते पकड़ा तो छात्र नेताओं ने इनके साथ भी धक्का-मुक्की कर दी। एक छात्र नेताओं ने तो  कुलपति का हाथ पकड़ कर उनके हाथ से अपनी उत्तर पुस्तिका तक छीन ली थी और मनमानी कर परीक्षा दी थी। मामला मीडिया में आया तो  विश्वविद्यालय प्रशासन ने मूल्यांकन में भी सख्ती दिखाई थी ।