महिलाओं को आत्‍मनिर्भर बनाने के लिए सीएआरआई लाया विशेष योजना

आदिवासी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्रीय पक्षी अनुसंधान केंद्र (CARI) विशेष योजना लेकर आया है। आर्थिक रूप से पिछड़े इलाकों के लिए अच्छी खबर है। केंद्रीय पक्षी अनुसंधान केंद्र बरेली, गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ व पशुपालन विभाग ने ऐसे क्षेत्रों की महिलाओं के लिए कुक्कुट पालन की योजना लेकर आया है। इस योजना
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महिलाओं को आत्‍मनिर्भर बनाने के लिए सीएआरआई लाया विशेष योजना

महिलाओं को आत्‍मनिर्भर बनाने के लिए सीएआरआई लाया विशेष योजना

आदिवासी महिलाओं को आत्‍मनिर्भर बनाने के लिए केंद्रीय पक्षी अनुसंधान केंद्र (CARI) विशेष योजना लेकर आया है। आर्थिक रूप से पिछड़े इलाकों के लिए अच्छी खबर है। केंद्रीय पक्षी अनुसंधान केंद्र बरेली, गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ व पशुपालन विभाग ने ऐसे क्षेत्रों की महिलाओं के लिए कुक्कुट पालन की योजना लेकर आया है। इस योजना से न सिर्फ महिलाएं आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनेंगी बल्कि क्षेत्र का विकास भी संभव हो सकेगा।

कार्यक्रम में प्रमुख अन्वेषक डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि यह योजना स्वयं सहायता समूह के रूप में कार्य करने का मौका देता है। लखीमपुर खीरी जिले के पलिया कलां इलाके की आदिवासी महिलाओं को आर्थिक सामाजिक उत्थान कार्यक्रम के तहत 50 महिलाओं को चूजे बांटे गए।  इसके साथ ही 20 किलो ग्रोवर राशन, बल्व, होल्डर आदि वितरित किए गए। इस अवसर पर महिलाओं को कुक्कुट पालन के बारे में जानकारी भी दी गई।

उन्हें व्यवसाय से जुड़ी चुनौतियों को भीसमझाया गया।  इस दौरान प्रधान वैज्ञानिक डॉ. चंद्र देव, गन्ना संस्थान लखनऊ के अन्वेषक डॉ. निरंजन लाल, एसडीएम ओपी गुप्ता, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ जेपी सिंह, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एक वर्मा, बीडीओ विनय कुमार मिश्रा, ग्राम प्रधान लक्ष्मण राना आदि भी क्षेत्र के लोगों को महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।