भारत का सबसे बड़ा केस लड़ने वाले केसवानंद भारती नहीं रहे

हमारे भारतीय संविधान (Indian Constitution) के मूल ढांचे का सिद्धांत दिलाने वाले संत केसवानंद भारती (Keshvanand Bharti) का 79 साल की उम्र में आज निधन हो गया। केसवानंद भारती इदानीर मठ में उम्र संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे। पुलिस ने कहा कि ‘हमें मिली सूचना के मुताबिक रविवार तड़के करीब तीन बजकर 30 मिनट
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भारत का सबसे बड़ा केस लड़ने वाले केसवानंद भारती नहीं रहे

हमारे भारतीय संविधान (Indian Constitution) के मूल ढांचे का सिद्धांत दिलाने वाले संत केसवानंद भारती (Keshvanand Bharti) का 79 साल की उम्र में आज निधन हो गया। केसवानंद भारती इदानीर मठ में उम्र संबंधी बीमारी से जूझ रहे थे। पुलिस ने कहा कि ‘हमें मिली सूचना के मुताबिक रविवार तड़के करीब तीन बजकर 30 मिनट पर उनका निधन हुआ।’
भारत का सबसे बड़ा केस लड़ने वाले केसवानंद भारती नहीं रहे
बता दें कि चार दशक पहले भारती ने केरल भूमि सुधार कानून को चुनौती दी थी जिसपर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने संविधान के मूल ढांचे का सिद्धांत दिया और यह फैसला शीर्ष अदालत की अब तक सबसे बड़ी पीठ ने दिया था, जिसमें 13 न्यायधीश शामिल थे। केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य (Keshvanand Bharti vs Kerala State) मामले पर 68 दिन तक सुनवाई हुई थी और अब तक उच्चतम न्यायालय में सबसे अधिक समय तक किसी मुकदमे पर चली सुनवाई के मामले में यह शीर्ष पर है।

इस मामले की सुनवाई 31 अक्टूबर 1972 को शुरू हुई और 23 मार्च 1973 को सुनवाई पूरी हुई। भारतीय संवैधानिक कानून में इस मामले की सबसे अधिक चर्चा होती है।
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भारत का सबसे बड़ा केस लड़ने वाले केसवानंद भारती नहीं रहे                    https://youtu.be/yEWmOfXJRX8