बिहार में तेजस्वी को हार, नीतीश को जीत का हार, देखें यह खबर….

सभी एग्जिट पोल हुए ध्वस्त,एनडीए को 125, महागठबंधन को 110 सीटें न्यूज टुडे नेटवर्क। बिहार विधानसभा चुनावों के सभी एग्जिट पोल आखिरकार ध्वस्त हो गए। वैसे तो नतीजों से पहले ही तमाम राजनैतिक गलियारों में तेजस्वी को बिहार का सीएम मान ही लिया गया था। लेकिन ऐन मौके पर जब वोटों की गिनती शुरू हुई
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बिहार में तेजस्वी को हार, नीतीश को जीत का हार, देखें यह खबर….

सभी एग्‍जिट पोल हुए ध्‍वस्‍त,एनडीए को 125, महागठबंधन को 110 सीटें

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। बिहार विधानसभा चुनावों के सभी एग्‍जिट पोल आखिरकार ध्‍वस्‍त हो गए। वैसे तो नतीजों से पहले ही तमाम राजनैतिक गलियारों में तेजस्‍वी को बिहार का सीएम मान ही लिया गया था। लेकिन ऐन मौके पर जब वोटों की गिनती शुरू हुई तो चढ़ते उतरते नतीजों के बीच नेताओं की धड़कनों ने भी उतार चढ़ाव लेना शुरू कर दिया था। लेकिन मंगलवार शाम होते होते सत्‍ता की कुर्सी की तस्‍वीर लगभग साफ होने लगी थी। देर रात नतीजों ने नीतीश को ताज पहना दिया।

बिहार के कड़ी चुनौती वाले मुकाबले को पार करके आखिर नीतीश कुमार ने राजग की नैया पार लगा ही ली। 243 विधानसभा सीटों वाले राज्‍य बिहार में पिछले कई दिनों से सत्‍ता परिवर्तन के लिए राजनैतिक उठापटक चल रही थी। जिसका बुद्धवार को पूर्ण निर्णय हो गया। गया। राजग ने पूरे बहुमत के जादुई आंकड़े को पार करते हुए 125 सीटों पर विजय श्री हासिल की है। वहीं महागठबंधन को 110 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। गौरतलब है कि पिछले राजनैतिक घटनाक्रम के बाद बिहार की नीतीश कुमार के नेतृत्‍व वाली राजग सरकार को तमाम विरोधों का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद पूरे राजनैतिक समीणकरणों को धता बताते हुए नीतीश सत्‍ता पर काबिज होने में कामयाब रहे।

जिस तरह से तेजस्‍वी यादव के समर्थक सुबह मतगणना शुरू होने के समय जोश के साथ सत्‍ता की चाबी पाने का सपना देख रहे थे। उससे यह महसूस होने लगा था कि शायद तेजस्‍वी का राजयोग जाग जाएगा, लेकिन शाम होते होते यह दावा दिवा स्‍वप्‍न बनने लगा। देर रात तक आंकड़ों की उठापटक जारी रही अंतत:नीतीश को कुर्सी मिली।

निर्णय आने के बाद जहां राजग के खेमे में खुशी और जश्‍न का माहौल हो गया वहीं तेजस्‍वी के समर्थक मायूस होकर घरों को लौटने लगे थे। हालांकि नीतीश की जदयू को इस बार पहले जैसी सफलता नहीं मिली है पिछले विधानसभा चुनावों में नीतीश की जदयू को 71 सीटें मिली थीं लेकिन इस बार जदयू की लोकप्रियता गिरकर 43 सीटों तक ही सिमट गई। भाजपा को इस चुनाव में 74 सीटें मिली हैं। जदयू को चिराग पासवान की लोक जनशक्‍ति पार्टी की वजह से काफी नुकसान उठाना पड़ा है लोजपा ने जदयू को 30 सीटों पर नुकसान पहुंचाया।