बाजपुर-अन्नदाता की पीड़ा सुनकर धान खरीद केंद्र पहुँची डीएम रंजना, लापरवाह कर्मचारियों को ऐसे सुनाया

बाजपुर। जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने मंगलवार को मंडी समिति बाजपुर में धान क्रय केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों की परेशानी को सुना। उन्होंने कहा कि किसान देश के अन्नदाता हैं, किसान सर्वोपरि है व देश के विकास में किसानों की अहम भूमिका होती है। किसानों का किसी भी रूप में अहित बर्दाश्त नहीं
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बाजपुर-अन्नदाता की पीड़ा सुनकर धान खरीद केंद्र पहुँची डीएम रंजना, लापरवाह कर्मचारियों को ऐसे सुनाया

बाजपुर। जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने मंगलवार को मंडी समिति बाजपुर में धान क्रय केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों की परेशानी को सुना।
उन्होंने कहा कि किसान देश के अन्नदाता हैं, किसान सर्वोपरि है व देश के विकास में किसानों की अहम भूमिका होती है। किसानों का किसी भी रूप में अहित बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मंडी में स्थापित चार को-आपरेटिव व तीन आरएफसी धान केन्द्रों का निरीक्षण किया।

निरीक्षण में जिलाधिकारी द्वारा संतोष प्रकट किया गया। उन्होंने कहा कि इसी तरह से सम्बन्धित कर्मचारी अपना कार्य कुशलता से करेंगे तो किसानो को किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं होगी।
इस दौरान जिलाधिकारी ने मंडी में आये किसानों से भी बात की व धान क्रय से सम्बन्धित जानकारी ली। जिसपर किसानों ने संतोष व्यक्त किया। इस दौरान एक सेन्टर पर धान तौल काटा खराब होने की बात सामने आयी, जिसे मौके पर ही ठीक करा दिया गया। इस दौरान कुछ कोआपरेटिव में समस्या बतायी गयी है कि कोपरेटिव का भुगतान नही आया है जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने स्तर से आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इसके लिये शासन स्तर पर भी बार्ता की जा रही है। उन्होंने कहा कि जो आरएफसी के माध्यम से भुगतान आना है वह भुगतान लागातार आ रहा है। उसकी कोई समस्या नहीं है।

बाजपुर-अन्नदाता की पीड़ा सुनकर धान खरीद केंद्र पहुँची डीएम रंजना, लापरवाह कर्मचारियों को ऐसे सुनाया

उन्होंने धान क्रय केन्द्रों पर धान के नमी की जाँच करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि शासन द्वारा जो मानक निर्धारित किये गए हैं उस आधार पर नमी का आंकलन करते हुए किसानों को कॉमन धान का मूल्य 1868 रुपये प्रति कुन्तल एवं ए ग्रेड धान का मूल्य 1888 रुपये प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है। उन्होंने एडीओ को-आपरेटिव गंगा सिंह को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि सरकार की पॉलिसी का अनुपालन करें, अगर किसी भी तरह की शिकायत प्राप्त हुई तो सम्बंधित अधिकारी/कर्मचारी के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों का किसी प्रकार का नुकसान नहीं होनी चाहिये। जिलाधिकारी ने किसानों से धान क्रय केन्द्रों में तौल की भी जानकारी ली व किसानो से बात करते हुये पूछा क्या धान तौल के समय कोई गड़बड़ी तो नहीं हो रही। यदि किसी केन्द्र में तौल गड़बड़ी की आशंका होती है तो किसान तत्तकाल सम्बन्धित उप जिलाधिकारी को शिकायत करें। जिलाधिकारी ने मौके पर धान क्रय केन्द्रों में पंजिका रजिस्टर, नमी मापक यंत्र, पंखा, विधुत, पानी व किसानों द्वारा लाया गया धान की भी जांच की।

जिलाधिकारी ने सभी केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिये कि जिस समय धान की नमी मापी जाती है उसी समय किसानों को धान की स्थिति के बारे में बताना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने धान क्रय केन्द्र प्रभारियों को कडे निर्देश दिये कि यदि धान क्रय केन्द्रों में धान से सम्बन्धित कोई भी शिकायत मिली तो सम्बन्धित के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने मंडी में किसानों का हाल चाल पूछा व कहा तौल के लिये कोई पैसा तो नही ले रहा है यदि इस प्रकार की कोई बात होगी तो धान क्रय केन्द्रो पर अंकित नम्बर पर शिकायत दर्ज करें। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित केन्द्र प्रभारियों को धान क्रय क्रेन्द्र में पर्याप्त मजदूर रखने को कहा ताकि धान क्रम कार्यो में गति मिल सकंे। उन्होने कहा कि यदि किसी धान क्रय केन्द्र में आवश्कता से कम मजदूर पाये जायेगें तो उसके खिलाफ कार्यवाही अमल में लायी जायेगें। जिलाधिकारी ने सभी किसानों से अनुरोध किया है कि वे सरकारी धान क्रय केन्द्रों पर अपना धान विक्रय करे ताकि उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य मिल सकें। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित केन्द्र प्रभारियो को निर्देश दिये कि कोविड-19 संक्रमण को देखते हुये क्रय केन्द्रों पर सैनेटाईजर, मास्क सामाजिक दूरी का विशेष ध्यान रखा जाय। जिलाधिकारी धर्म कांटे का भी निरीक्षण किया व चेतावनी दी कि यदि धान तौल में किसी प्रकार की शिकायत मिली तो आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। किसानो द्वारा अतिरिक्त तौल कांटे लगाने की बात कही जिस पर जिलाधिकारी ने आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही। उन्होने केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिये कि प्रतिदिन खरीद की रिपोर्ट उप जिलाधिकारी को प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। उन्होने केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिये कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये कि गन्ना क्षेत्र के एवज में धान की खरीद न हो। उन्होने कहा कि शासन स्तर पर जो पोर्टल प्रभारी है वे पोर्टल पर लगातार नजर बनये हुये है जब भी धान क्रय की लिमिट पूरी होने वाली है तो उसे तत्ताक रूप से पोर्टल प्रभारियों को लिमिट बढाने के निर्देश शासन स्तर से दिये गये है।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी एपी बाजपेयी, तहसीलदार, पे्रम सिंह चैहान, धान क्रय केन्द्र प्रभारी हेमन्त पाण्डे, प्रदीप कुमार, अध्यक्ष राईस मिल सत्यवान, सौरव अग्रवाल, मनीष सिंघल, अरविन्द सिंह आदि उपस्थित थे।