बरेली पहुंचे नरेश टिकैत बोले- कभी खालिस्तानी ,कभी पाकिस्तानी तो कभी आतंकवादी जैसे नामों से नवाजा गया, किसानों की इससे ज्यादा बेइज्जती कभी नहीं हुई

न्यूज टुडे नेटवर्क। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत शनिवार को बरेली पहुंचे। गाजीपुर जाते समय भाकियू के वरिष्ठ नेता नरेश टिकैत का यहां पहुंचने पर किसानों ने जोरदार स्वागत किया। टिकैत बहेड़ी के ढाका फार्म पहुंचने पर किसानों ने उनका जोरदार स्वागत किया। स्वागत करने वाले किसानों को नरेश टिकैत ने किसान
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बरेली पहुंचे नरेश टिकैत बोले- कभी खालिस्तानी ,कभी पाकिस्तानी तो कभी आतंकवादी जैसे नामों से नवाजा गया, किसानों की इससे ज्यादा बेइज्जती कभी नहीं हुई

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत शनिवार को बरेली पहुंचे। गाजीपुर जाते समय भाकियू के वरिष्‍ठ नेता नरेश टिकैत का यहां पहुंचने पर किसानों ने जोरदार स्‍वागत किया। टिकैत बहेड़ी के ढाका फार्म पहुंचने पर किसानों ने उनका जोरदार स्‍वागत किया। स्‍वागत करने वाले किसानों को नरेश टिकैत ने किसान आंदोलन में शामिल होने का न्‍यौता भी दिया है।

पूर्व विधानसभा प्रत्याशी नसीम अहमद के नेतृत्‍व में दर्जनों किसान नरेश टिकैत से मिलने पहुंचे और क्षेत्र के किसानों की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया। नरेश टिकैत ने किसानों को न्यौता देते हुए कहा कि 17 फरवरी को बाराबंकी में होने वाली किसान महापंचायत में वह क्षेत्र के किसानों के साथ अवश्य पहुंचें। जिस पर किसानों ने उनके न्यौते को स्वीकार लिया। किसान नेता नसीम अहमद ने नरेश टिकैत को आश्वासन दिया कि क्षेत्र का किसान तन-मन और धन से उनके साथ खड़ा है।

बीती देर रात ढाका फार्म पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैट का पूर्व विधानसभा प्रत्याशी नसीम अहमद ने समेत तमाम किसानों ने शाल ओढ़ाकर स्वागत किया। नरेश टिकैत से मुलाकात के दौरान उन्‍हें किसानों ने बताया कि क्षेत्र के गन्ना किसानों का भुगतान समय से नही हो पा रहा है। जिससे गन्ना किसान काफी परेशान है। उन्होंने राकेश टिकैत से 2 सप्ताह के अंदर किसानो को भुगतान दिलवाने का मुद्दा महापंचायत में उठाने की अपील की। इस दौरान नरेश टिकैट ने बाराबंकी में होने वाली महापंचायत में आने का न्योता दिया। जिस पर  नसीम अहमद ने नरेश टिकैत से वादा करते हुए कहा कि वह भारी संख्या में किसानों को अपने साथ बाराबंकी लेकर पहुंगे।

किसानों से अपील करते हुए कहा कि 17 तारीख को बाराबंकी में होने वाली महापंचायत में पहुंचकर तीनों काले कानून वापस कराने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान अवश्य दें। इस दौरान नरेश टिकैत ने कहा धरना दे रहे किसानों को कभी खालिस्तानी कभी पाकिस्तानी तो कभी आतंकवादी जैसे नामों से नवाजा है। उन्हें कहा इससे ज्यादा किसानों की बेइज्जती कभी किसी सरकार में नही हुई। जितनी भाजपा सरकार में की जा रही है। उन्होंने कहा कि आंदोलन को देश भर के किसानों का पूरी तरह से समर्थन मिल रहा है और जब तक तीनों काले कृषि कानून वापस नहीं हो जाते किसान एक कदम भी पीछे हटने वाला नही है।