बरेली: पब्लिक की जेब काट रहे बिजली विभाग के स्मार्ट मीटर
गड़बड़ी की शिकायतों के बाद रुका स्मार्ट मीटर लगाने का काम: प्रशासन ने बिजली चोरी रोकने और पुराने मीटरों की कमियों को दूर करने के लिए स्मार्ट मीटर लगाए थे। कई करोड़ की लागत से बने स्मार्ट मीटर अपना काम करने में नाकाम साबित हो रहे हैं। स्मार्ट मीटर बड़ी चतुराई से पब्लिक को चूना लगा रहे हैं। इनसे बिजली का बिल अधिक आ रहा है साथ ही बीच-बीच में सप्लाई भी बंद हो जा रही है। तमाम शिकायतों के बाद शासन ने फिलहाल इन मीटरों को लगाने पर रोक लगा दी है।
बरेली भी आएगी जांच टीम: विभाग में पुराने पैटर्न वाले मीटरों को दुबारा लगाया जा रहा है। विभाग के सभी विद्युत वितरण निगम में स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगा दी गई है। मुख्यालय तक हल्ला होने के साथ-साथ लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज सहित तमाम गठित मंडलीय समिति ने भी जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
DOOR TO DOOR अभियान भी बंद: बिजली विभाग के कर्मचारी इन दिनों घर-घर जाकर स्मार्ट मीटर लगा रहे हैं। नए कनेक्शन लेने वालों के घर में स्मार्ट मीटर ही लगाए जा रहे हैं। मगर अब इस कवायद को रोक दिया गया है। बताया जा रहा है कि कर्मचारियों को ट्रेनिंग के लिए भेजा जा रहा है। इस वजह से भी काम रुका हुआ है।
महीने में 600 से ज्यादा शिकायतें: विद्युत नगरीय वितरण खंड प्रथम और चतुर्थ में महीने भर में 600 से अधिक खबरें मिलीं जो कि सभी शिकायतें स्मार्ट मीटर से संबन्धित हैं। ज्यातर शिकायतें उपयोग यूनिट खर्च की हैं।
चार महीने पहले हुई थी शुरुआत: शहर के दो डिवीजन में र्स्माट मीटर लगे हैं। नगरीय विद्युत वितरण खंड प्रथम में अक्टूबर 2019 से मीटर लगने प्रारंभ हुए थे। जबकि विद्युत वितरण खंड 2 में नवम्बर 2019 से स्मार्ट मीटर लगने शुरू हुए थे।