पंचायत चुनाव को लेकर असमंजस में है सरकार, अब तक जारी नहीं की गई है गाइडलाइंस
पंचायत चुनाव (Panchayat Election) को लेकर असमंजस बना हुआ है। सरकार ने चुनाव आयोग (Election Commission) को अब तक चुनावी प्रक्रिया के संबंध में कोई भी गाइडलाइंस (Guidelines) जारी नहीं की है। वर्तमान पंचायतों का कार्यकाल 25 दिसंबर को पूरा हो जाएगा। और प्रधानी के चुनाव कराने के लिए आयोग को लगभग छह महीने का समय चाहिए होता है। विशेष परिस्थितियों में चुनाव आयोग चार महीने के अंदर भी चुनाव करा सकता है।
एक सितंबर को मतदाता सूची (Voter’s List) पुनरीक्षण के कार्य के लिए आयोग ने जो आदेश जारी किया था, शुक्रवार को उसे वापस ले लिया गया है। माना जा रहा है कि अगले दो-तीन दिनों में पंचायत चुनाव को लेकर सरकार (Government) अहम फैसला लेगी। चुनाव की प्रक्रिया पूरी कराने के लिए आयोग को 35 से 40 दिन का समय चाहिए होता है।
अगर सरकार 25 अगस्त तक पंचायत चुनाव की प्रक्रिया के संबंध में कोई फैसला लेती है। तो आयोग निर्धारित समय पर प्रधानी के चुनाव करा सकता है। लेकिन इसके बाद चुनाव टालने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचेगा। सरकार कोरोना महामारी (Corona Epidemic) के कारण पंचायत चुनाव के संबंध में असमंजस की स्थिति में है। माना जा रहा है कि सरकार एक-दो दिन में इस पर कोई ठोस फैसला लेगी।