नेत्रहीनों के लिए वरदान बनेगा भारत में तैयार दिव्यनयन

केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन (CSIO) चंडीगढ़ के वैज्ञानिकों ने दिव्यनयन (Divyanayan)नामक एक उपकरण बनाया किया है जो विशेष रूप से दृष्टिहीनों (Blind) के लिए मददगार साबित होगा। यह उपकरण भारतीय भाषाओं की किताबों और अखबारों को स्कैन (Scan) कर के लिखे हुए को बोलकर सुनाएगा। इस उपकरण का आकार मोबाइल (Mobile) फोन के आकार जैसा
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नेत्रहीनों के लिए वरदान बनेगा भारत में तैयार दिव्यनयन

केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन (CSIO) चंडीगढ़ के वैज्ञानिकों ने दिव्‍यनयन (Divyanayan)नामक एक उपकरण बनाया किया है जो विशेष रूप से दृष्टिहीनों (Blind) के लिए मददगार साबित होगा।
नेत्रहीनों के लिए वरदान बनेगा भारत में तैयार दिव्यनयन
यह उपकरण भारतीय भाषाओं की किताबों और अखबारों को स्कैन (Scan) कर के लिखे हुए को बोलकर सुनाएगा। इस उपकरण का आकार मोबाइल (Mobile) फोन के आकार जैसा है इसे आसानी से जेब में रखकर कहीं भी जाया जा सकता है। इसकी कीमत 8 से 10 हजार रूपये  के बीच होगी। इस उपकरण की व्यवसायिक उत्पादन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।  यह कुछ महीनों में बाजार में उपलब्‍ध होगा।

तीन साल की कड़ी मेहनत के बाद बनाए गए इस उपकरण ‘दिव्‍यनयन’ की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसे उपयोग करने के लिए इंटरनेट की आवश्यकता नहीं होती है। आजकल दुनिया में ऐसे कई एप मौजूद हैं जो टेक्स्ट-टू-स्पीच तकनीक में बहुत अच्‍छे है लेकिन इसके लिए इंटरनेट की आवश्‍यकता होती है। टच स्क्रीन फोन का इस्तेमाल करना भी दृष्टिहीन के लिए बेहद कठिन काम होता है, जबकि बटन के जरिए आसानी से किसी भी उपकरण को चला सकते हैं। इस उपकरण को किसी भी पेज के ऊपर रखकर बटन दबाते ही यह लिखे हुए को स्‍कैन कर के सब कुछ बोल कर सुनाता है।