नानकमत्ता गुरुद्वारे के बाहर किसान ने श्रद्धालु की कार पर लगा योगी का झंडा उखाड़ा, यह थी वजह

राजीव कुमार सक्सेना नानकमत्ता। देश में चल रहे किसान आंदोलन का एक स्वरूप यहां देखने को मिला। नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब पहुंचे यूपी के एक श्रद्धालु की कार पर लगा यूपी के मुख्यमंत्री की तस्वीर युक्त झंडे को एक व्यक्ति ने न सिर्फ उखाड़ दिया, बल्कि अपशब्द भी कहे। इसका वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से
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नानकमत्ता गुरुद्वारे के बाहर किसान ने श्रद्धालु की कार पर लगा योगी का झंडा उखाड़ा, यह थी वजह

राजीव कुमार सक्सेना

नानकमत्ता। देश में चल रहे किसान आंदोलन का एक स्वरूप यहां देखने को मिला। नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब पहुंचे यूपी के एक श्रद्धालु की कार पर लगा यूपी के मुख्यमंत्री की तस्वीर युक्त झंडे को एक व्यक्ति ने न सिर्फ उखाड़ दिया, बल्कि अपशब्द भी कहे। इसका वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि अभी इस ओर किसी भी व्यक्ति द्वारा इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज नहीं कराई गई है।

बता दें कि हाल ही के कुछ दिनों पूर्व ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब में पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से माथा टेकने आए श्रद्धालु की गुरुद्वारा परिसर के बाहर खड़ी एक कार संख्या यूपी 15 सीआर.0002 पर लगे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर युक्त झंडे को एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा भारी विरोध करते हुए उतरवा दिया गया। इतना ही नहीं आरोपी ने श्रद्धालुओं की कार पर लगे मुख्यमंत्री के झंडे को जबरन खुलवाते हुए प्रधानमंत्री के प्रति अपशब्द भी कहे। उसके तल्ख लहजे के पीछे किसान आंदोलन का दमन वजह साफ प्रतीत हो रही है।

पूरे प्रकरण की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि उत्तर प्रदेश नंबर की कार से गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब में आस्था के चलते माथा टेकने आए श्रद्धालु किस तरह आरोपी को बार बार समझाने का प्रयत्न किया जा रहा है। जो वायरल वीडियो में साफ साफ प्रतीत हो रहा है।आश्चर्य की बात तो यह है कि अब तक ना तो धार्मिक संस्था द्वारा इस और कोई टिप्पणी की गई है और न ही इस मामले में अभी तक किसी के द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। लाखों लोगों की आस्था का केंद्र ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब में यूं तो हर रोज सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शिरकत कर दरबार साहिब में शीश नवाते हैं, लेकिन एक श्रद्धालु की कार पर लगे मात्र झंडे को लेकर हुए विवाद को किसान के गुस्से के रूप में देखा जा रहा है।