नवाबगंज: नवजात बच्ची के लिए यशोदा बनी गांधी टोला की रिहाना

नवाबगंज: एक बार फिर मां की ममता हार गई समाज जीत गया। एक नवजात (Newborn) जो इस दुनिया में आयी पर उसे अपनी मां का सहारा न मिला। एक मां जो अपनी बच्ची पर ममता लुटाने की जगह उसे सड़क (Road) के किनारे (Side) फेंक गई। बच्ची सड़क के किनारे रो रही थी तभी एक
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नवाबगंज: नवजात बच्ची के लिए यशोदा बनी गांधी टोला की रिहाना

नवाबगंज: एक बार फिर मां की ममता हार गई समाज जीत गया। एक नवजात (Newborn) जो इस दुनिया में आयी पर उसे अपनी मां का सहारा न मिला। एक मां जो अपनी बच्ची पर ममता लुटाने की जगह उसे सड़क (Road) के किनारे (Side) फेंक गई। बच्ची सड़क के किनारे रो रही थी तभी एक राहगीर की नजर उस पर पड़ी और उसने उस बच्ची को उठाकर सीने से लगा लिया। भले ही वह उसकी जन्म देने वाली मां न हो लेकिन उसने उस बच्ची  को ममता का एहसास कराया।
नवाबगंज: नवजात बच्ची के लिए यशोदा बनी गांधी टोला की रिहानागांधी टोला में सड़क किनारे थैले में मिली बच्ची को एक राहगीर मां ने अपने घर का हिस्सा बना लिया। राहगीर मां रिहाना उसी मोहल्ले की रहने वाली हैं। रिहाना ने कहा कि जब वह शुक्रवार की शाम लगभग 7:30 पर घर के पास से गुजर रही थी। तभी अचानक एक बच्ची के रोने की आवाज आई, देखने पर पता चला कि वह आवाज सड़क के किनारे पड़े थैले से आ रही हैं। उसे खोल कर देखा तब अंदर एक बच्ची थी। न जाने कौन इस नवजात बच्ची को सड़क के किनारे फेंक दिया रिहाना ने उस बच्ची को छुपाया और अपने घर ले आए।

रिहाना ने कहा कि बच्ची किसी की भी हो उसे जन किसी ने भी दिया हो इससे उन्हें कोई मतलब नहीं है उन्हें तो बस उस मासूम की जिंदगी की फिक्र है इसीलिए वह उसे अपने साथ ले आई।