देखिए कहां लॉक डाउन बना गरीबों पर मुसीबत, सीपीओ बनी फरिश्ता

जहां देश भर में लॉक डाउन कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए कारगर साबित हो रहा है। तो वही गरीब जनों के लिए हैं यह एक मुसीबत का पहाड़ बनता दिख रहा है । जिसका जीता जागता नजारा उधसिंहनगर में देखने को मिला जहां पर एक महिला अपने बच्चे का इलाज कराने के लिए
 | 
देखिए कहां लॉक डाउन बना गरीबों पर मुसीबत, सीपीओ बनी फरिश्ता

जहां देश भर में लॉक डाउन कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए कारगर साबित हो रहा है। तो वही गरीब जनों के लिए हैं यह एक मुसीबत का पहाड़ बनता दिख रहा है । जिसका जीता जागता नजारा उधसिंहनगर में देखने को मिला जहां पर एक महिला अपने बच्चे का इलाज कराने के लिए दर दर की ठोकरें खाते हुए नजर आयी। लॉक डाउन होने से इनकी नोकरी ओर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है जिससे ये अपनी मासूम बच्ची का इलाज़ नही करा पा रहें हैं।

देखिए कहां लॉक डाउन बना गरीबों पर मुसीबत, सीपीओ बनी फरिश्ता

उधमसिंहनगर में इस लॉक डाउन में एक ऐसा मामला सामने आया जिसे सुन कर हर कोई सन्न रह सकता है। जहां लॉक डाउन का एक ऐसा असर देखने को मिला जहां रुद्रपुर के रहने बाली एक माँ अपनी दूधमुहि बच्ची को गोद मे लिए अपनी बीमार बच्ची का इलाज़ करने को भटक रही थी क्यों कि इनके पास अब पैसे खत्म हो गए थे। लॉक डाउन ने इनकी लोकरी ली पैसा लिया और अब बच्चो के जीवन पर बन आई है। एक पिता अपनी पत्नी को साइकल पर बैठा कर अपनी बच्ची जीवन बचाने निकल पड़ा। आप तस्वीरों को देख कर अंदाजा लगा सकते हैं कि क्या बीत रही होगी इस परिवार पर।

देखिए कहां लॉक डाउन बना गरीबों पर मुसीबत, सीपीओ बनी फरिश्ता

जब इधर उधर भटकते हुए ये एक रुद्रपुर के चौक पर पहुंचे तब इनकी भेंट सीपीयू से हुई जो इनकी बच्ची के लिये बरदान से कम नही साबित हुए । सीपीयू ने तत्काल बच्ची को रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज़ कराया और कुछ उसे आर्थिक मदद भी दे दी। जहां पर इस मासूम बच्ची को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा जिसको लेकर सिटी पेट्रोलियम पुलिस ने एक निजी हॉस्पिटल मैं बच्चे का इलाज करा उसे हरसम्भव मदद देने का वादा किया है।

यहाँ भी पढ़े

LOCKDOWN: यूपी सरकार ने शर्तों के साथ इन उद्योगों के संचालन की मिली मंजूरी