दारुल उलूम ने जारी किया फतवा, कोरोना टेस्ट से नहीं टूटेगा रोजा
कोरोना वायरस (Corona Virus) के प्रकोप के बीच माह-ए-रमजान (Maha-e-Ramjan) का महीना चल रहा है। कई रोजेदार कोरोना के कारण क्वारंटाइन (quarantine) में हैं। जिसके चलते रोजेदार कुछ मुद्दों को लेकर असमंजस में हैं। रोजेदारों की असमंजस स्थिति को देखते हुए दारुल उलूम ने फतवा जारी करते हुए कहा है कि रोजे की हालत में टेस्ट (test) कराने से रोजे पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कोरोना टेस्ट के लिए नाक और मुंह से सैंपल देने में कोई हर्ज नहीं है। और न ही खांसी और छींक आने पर भी रोजा टूटेगा।
दारुल इफ्ता के वरिष्ठ मुफ्ती हबीबुर्रहमान और मुफ्ती महमूद बुलंदशहरी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय खंडपीठ ने फतवा संख्या एन-549 के माध्यम से बताया कि कोरोना टेस्ट (Corona test) के लिए नाक और मुंह में रुई लगी स्टिक (stick) लगाई जाती है। जिस पर किसी तरह की कोई दवा या केमिकल (Medicine or chemical) नहीं लगी होती। इसलिए कोरोना संक्रमण के टेस्ट से रोजे पर कोई असर नहीं पड़ता।
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