झांसी इलाहाबाद स्नातक सीट: धरना प्रदर्शन, बवाल और पुलिस से झड़प के बाद भी भाजपा नहीं बचा पाई किला,सपा जीती

न्यूज टुडे नेटवर्क। पुलिस से भिड़ंत और सत्ता की हनक के बावजूद भाजपा झांसी इलाहाबाद स्नातक सीट नहीं बचा पाई। यहां भाजपा का चौबीस साल पुराना किला ढहा है। इस सीट पर लगभग साढ़े पांच हजार वोटों के अंतर से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी डा मानसिंह एमएलसी निर्वाचित हुए हैं। गौरतलब है कि कल शुक्रवार
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झांसी इलाहाबाद स्नातक सीट: धरना प्रदर्शन, बवाल और पुलिस से झड़प के बाद भी भाजपा नहीं बचा पाई किला,सपा जीती

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। पुलिस से भिड़ंत और सत्‍ता की हनक के बावजूद भाजपा झांसी इलाहाबाद स्‍नातक सीट नहीं बचा पाई। यहां भाजपा का चौबीस साल पुराना किला ढहा है। इस सीट पर लगभग साढ़े पांच हजार वोटों के अंतर से समाजवादी पार्टी के प्रत्‍याशी डा मानसिंह एमएलसी निर्वाचित हुए हैं। गौरतलब है कि कल शुक्रवार को यहां मतगणना के दौरान बवाल हो गया था। भाजपाई सत्‍ता की हनक दिखाने के साथ साथ पुलिस से भिड़ गए थे। यहां भाजपाईयों और पुलिस में मारपीट और झड़प भी हुई थी। इसके बाद हलका बल प्रयोग करने पर यहां दो विधायक अपनी ही सरकार की पुलिस के खिलाफ धरने पर भी बैठ गए थे। बाद में आला अफसरों ने समझा बुझाकर मामले को शांत कराया था।

पूरा जोर लगाने के बाद भी भाजपा इस सीट पर काबिज नहीं हो पाई। भाजपा प्रत्‍याशी का सपा प्रत्‍याशी से जीत का अंतर लगभग साढ़े पांच हजार वोटों का रहा। जीत के बाद सपा के एमएलसी डा मान सिंह ने शिक्षामित्रों को सम्‍मानजनक मानदेय दिलाने की बात कही। डा मानसिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने शिक्षामित्रों के मानदेय के लिए काम किया था।

तमाम जद्दोजहद के बाद आखिर झांसी-इलाहाबाद स्नातक सीट पर सपा काबिज हो गई। इस सीट पर लगातार 24 साल बीजेपी के एमएलसी काबिज रहे। करीब ढाई दशक बाद सपा ने भाजपा से यह सीट छीन ली। इसे बड़ा उलटफेर माना जा रहा है। सपा के डॉ.मान सिंह यादव को 23093 वोट मिले जबकि भाजपा के डॉ यज्ञदत्त शर्मा को 18760 वोट मिले।
झांसी-प्रयागराज स्नातक सीट की मतगणना गुरुवार को सुबह 8 बजे से शुरू हुई और शुक्रवार की देर रात तक चलती रही, अंततः सपा ने जीत हासिल कर ली। शुक्रवार को दोपहर बाद जैसे ही द्वतीय वरीयता की गिनती शुरू हुई और सपा आगे निकली तो भाजपाइयों ने हंगामा शुरू कर दिया। मतगणना की प्रकिया लगभग 37 घंटे घंटे में पूरी हो पाई। बीच में बवाल के दौरान करीब पौन घंटे मतगणना रोकनी पड़ी।

दूसरी वरीयता की मतगणना में सपा प्रत्याशी आगे चल रहे थे, तभी अचानक भाजपा के सदर विधायक रवि शर्मा व बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा, भाजपा पदाधिकारियों व बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं से साथ मतगणना स्थल पर पहुंच गए। भाजपा नेताओं ने मुख्य द्वार से मतगणना स्थल में घुसने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हे अंदर जाने से रोक दिया। जबरन घुसने की कोशिश की तो पुलिस व भाजपा नेताओं के बीच तीखी झड़प और धक्का-मुक्की हो गई।

पुलिस की सख्ती पर भाजपा नेता मतगणना स्थल के बाहर सड़क पर धरना देकर बैठ गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। माहौल बिगड़ता देख डीएम आंद्रा वामसी व एसएसपी दिनेश कुमार पी मौके पर पहुंचे और भाजपा नेताओं से बात कर सभी को शांत कराया।
पुलिस से झड़प के बाद भाजपा नेता पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर धरने पर बैठे तो सपाई पुलिस का समर्थन करते हुए नारेबाजी करते हुए सड़क पर धरना देकर बैठ गये। सपाईयों ने कहा कि सत्ता में होने के कारण आम जनता को सुरक्षा देने वाली पुलिस के साथ भाजपा मारपीट कर लोकतंत्र की हत्या कर रही है। दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप से टकराव होते होते बचा।