जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान की वित्तीय,प्रशासनिक पावर सीज किया।

पीलीभीतःपूरनपुर तहसील के ट्रांस शारदा पार थाना हजारा क्षेत्र के नेपाल सीमावर्ती ग्राम पंचायत सिद्धनगर की महिला ग्राम प्रधान नीरज मिश्रा के द्वारा बीते वर्षों में सरकारी धन का दुरुपयोग कर लाखों रुपयों की घोटाला करने की शिकायत पर कई चरणों में अधिकारियों के द्वारा जांच पड़ताल की गई थी। विभागीय अधिकारी प्रधान को बचाने
 | 
जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान की वित्तीय,प्रशासनिक पावर सीज किया।

पीलीभीतःपूरनपुर तहसील के ट्रांस शारदा पार थाना हजारा क्षेत्र के नेपाल सीमावर्ती ग्राम पंचायत सिद्धनगर की महिला ग्राम प्रधान नीरज मिश्रा के द्वारा बीते वर्षों में सरकारी धन का दुरुपयोग कर लाखों रुपयों की घोटाला करने की शिकायत पर कई चरणों में अधिकारियों के द्वारा जांच पड़ताल की गई थी। विभागीय अधिकारी प्रधान को बचाने में अपनी झूठी रिपोर्ट लगाते रहे।जिलाधिकारी ने प्रधान को अभिलेखों के साथ उपस्थित होने का आदेश दिया था। उन पर विकास कार्यों में धांधली करने का आरोप है।  जिला पंचायत राज अधिकारी प्रमोद यादव के द्वारा प्रधान को कारण बताओ नोटिस भेज कर जवाब मांगा गया था लेकिन प्रधान ने जवाब नही दिया। 11 नवम्बर 2019 को शिकायत की जांच जिला कृषि उपनिदेशक यशराज सिंह ने गाँव में स्थित प्राथमिक विद्यालय पर प्रधांन समेत ग्राम पंचायत सदस्यों की उपस्थिति में कई कई बिंदुओं पर जांच किये थे। घोटाले की जांच में ग्राम प्रधान दोषी पाई गई।  घोटाले की जांच फ़ाइल जिला पंचायती राज अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी पुलकित खरे को उपलब्ध कराई गई थी। विभागीय अधिकारियों की जांच में मामला और शिकायत सही पाए जाने पर घोटालेबाज महिला ग्राम प्रधान नीरज मिश्रा के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार सीज करते हुए जिलाधिकारी ने कार्रवाई करने का आदेश दिया है।इधर ट्रांस शारदा क्षेत्र के ग्राम प्रधानों में जिलाधिकारी के इस कार्रवाही से खलबली मची है तो वही सिद्धनगर ग्राम सभा के मुख्य रूप से शिकायतकर्ता धीरेंद्र शर्मा समेत तमाम ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के इस कार्यवाही को सही बताते हुए असत्य पर सत्य की जीत बताया है