चंपावत-देवीधुरा में बग्बाल के दौरान भीमताल विधायक और प्रशासन के बीच झडप,देखिये आरोप

कोरोना वायरस के कारण स्थगित हुई प्रसिद्ध बग्वाल मेले आज अंत में चालू हो गया। चंपावत के देवीधुरा मां बाराही धाम मंदिर में इस बार 4 मिनट तक बग्वाल खेली गई है। मंदिर कमेटी ने बग्बाल नहीं खेलने पर सहमति बनाई थी। लेकिन सोमवार सुबह 11:25 बजे बग्वाल शुरू हुई और 11:00 बज के 29
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चंपावत-देवीधुरा में बग्बाल के दौरान भीमताल विधायक और प्रशासन के बीच झडप,देखिये आरोप

कोरोना वायरस के कारण स्थगित हुई प्रसिद्ध बग्वाल मेले आज अंत में चालू हो गया। चंपावत के देवीधुरा मां बाराही धाम मंदिर में  इस बार 4 मिनट तक बग्वाल खेली गई है। मंदिर कमेटी ने बग्बाल नहीं खेलने पर सहमति बनाई थी। लेकिन सोमवार सुबह 11:25 बजे बग्वाल शुरू हुई और 11:00 बज के 29 मिनट तक चली। इस दौरान दो बग्वाली वीर घायल भी हुए।  रक्षाबंधन पर देवीधुरा के बग्वाल मेले में सोमवार को सुबह से धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए ।डोला पूजन के बाद चारों ख़ामो में परिक्रमा शुरू की। फिर दुर्वाचौड़ के मैदान में  लमगड़िया व वालिक खाम एक तरफ और गहरवाल व चम्याल खाम के योद्धा दूसरी तरफ से आमने-सामने डट गए। बग्वाली वीरो ने एक दूसरे पर नाशपाती और अन्य फल फेंकने शुरू किए 11:29 पर मंदिर के पुरोहित धर्मानंद पुजारी ने बग्वाल  खत्म होने की घोषणा करने से पहले ही विवाद हो गया।

चंपावत-देवीधुरा में बग्बाल के दौरान भीमताल विधायक और प्रशासन के बीच झडप,देखिये आरोप

बताया गया कि नायाब तहसीलदार पाटी और भीमताल के विधायक राम सिंह कैड़ा ने बग्बाल में प्रतिभाग करने के बाद जमकर हंगामा किया। विधायक ने तहसीलदार पर आरोप लगाया है कि तहसीलदार जूते पहनकर पीठाचार्य जी की गद्दी पर पहुँच गया। जिसका सभी ख़ामो ने विरोध किया। बग्वाल खत्म होने  के बाद सभी ने एक दूसरे के गले मिलकर हालचाल जाना बग्वाल के दौरान त्रिलोक सिंह और राम मामूली रूप से घायल हो गए दोनों घायलों का मंदिर परिसर में प्राथमिक उपचार किया गया है।पहले यहाँ पर फलों के स्थान पर पत्थरों से बग्वाल खेली जाती थी।