गाड़ियों की फिनटेस पर अब नहीं चलेगा झूठ, पकड़ लेगी मशीन
Bareilly में बनेगा Automatic Fitness Centre: वाहनों की मैनुअल जांच अब बीते कल की बात हो जाएगी। तकनीक के सहारे इसे आगे बढ़ाया जा रहा है। धीरे-धीरे परिवहन विभाग हाईटेक होता जा रहा है। गाड़ी की फिटनेस जांचने के लिए सेंसर युक्त ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर (automatic fitness center) बनाने की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए परसा खेड़ा में प्रस्तावित आरटीओ कार्यालय के पास जमीन तलाशी जा रही है। वाहनों को जांचने की यह तकनीक लखनऊ में पहले ही लागू हो चुकी है।
वाहन का फिटनेस टेस्ट कराने के लिए वाहन स्वामी को सबसे पहले ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करते ही मोबाइल पर दिन और समय की जानकारी मिल जाएगी। इसका एक फायदा यह होगा कि वाहन मालिक को घंटों लाइन में नहीं लगना होगा और अधिकारी भी गाड़ी की ठीक से जांच कर सकेंगे। जांच किए हुए वाहनों के प्रमाण पत्र कंप्यूटर जारी करेगा जिससे फर्जीवाड़ा भी रुकेगा।
हाईटेक टेस्टिंग ट्रैक ड्राइवरों की काबिलियत भी परखेगा
नौसिखिया ड्राइवरों को पकड़ने में मुश्किल नहीं होगी । हाइटेक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक चांद को की ड्राइविंग स्किल भी बताएगा। मुख्यालय से एजेंसी चयनित होने के बाद परमानेंट लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदकों को इसी ट्रैक पर टेस्ट देना पड़ेगा। जमशेदपुर 7 फरवरी को अंतिम मुहर लगनी थी लेकिन मार्च के पहले सप्ताह में एजेंसी फाइनल की जाएगी।