गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच मेजर जनरल लेवल की होगी दूसरी बैठक
लद्दाख की गलवान घाटी (Galvan Valley) में हुई सैन्य झड़प के बाद दोनो देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत और चीन के बीच हुइ इस सैन्य झड़प में करीब 40 चीनी सैनिक घायल हुए या मारे गए। वहीं भारत के भी 20 सैनिक शहीद (Martyr soldier) हुए। इस तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के बीच मेजर जनरल लेवल पर बातचीत शुरू हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह बातचीत उसी इलाके में हो रही है, जहां दोनों देशों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इससे पहले भी दोनों देशों के बीच मेजर जनरल लेवल की बातचीत (Major General Level Conversation) हुई थी लेकिन बेनतीजा रही।
चीन के गलवान घाटी पर दावे को भारत ने एक बार फिर खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों में 6 जून को कमांडर लेवल (Commander level) की बातचीत हुई। जिसमें हालात संभालने को लेकर समझौता हुआ था। उसके बाद इस तरह बढ़ा-चढ़ाकर कर किए जा रहे दावे समझौते के विपरीत हैं।
वहीं चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार शाम को कहा कि गलवान घाटी क्षेत्र पर हमेशा से चीन का अधिकार रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार शाम विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री के बीच लद्दाख के वर्तमान हालात (Present situation) को लेकर फोन पर बातचीत हुई। दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जताई है कि हालातों को जिम्मेदारी के साथ संभाला जाना चाहिए।