किसान सरकार वार्ता से पहले मोदी-मंत्रियों के बीच दो घंटे चला मंथन, राजनाथ शाह मौजूद

न्यूज टुडे नेटवर्क। दिल्ली की सीमा पर किसान आंदोलन जारी है। आज दोपहर दो बजे सरकार और किसानों के बीच पांचवे दौर की वार्ता होने वाली है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के घर देश के दिगगज मंत्रियों की हाईप्रोफाइल बैठक दो घंटे चली है। किसान दिल्ली बार्डर पर जमे हुए हैं। बैठक में गृहमंत्री
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किसान सरकार वार्ता से पहले मोदी-मंत्रियों के बीच दो घंटे चला मंथन, राजनाथ शाह मौजूद

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। दिल्‍ली की सीमा पर किसान आंदोलन जारी है। आज दोपहर दो बजे सरकार और किसानों के बीच पांचवे दौर की वार्ता होने वाली है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के घर देश के दिगगज मंत्रियों की हाईप्रोफाइल बैठक दो घंटे चली है। किसान दिल्‍ली बार्डर पर जमे हुए हैं।

बैठक में गृहमंत्री अमित शाह के साथ साथ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और केन्‍द्रीय कृषि मंत्री नरेन्‍द्र तोमर भी मौजूद रहे। किसानों से आज होने वाली वार्ता को बेहद अहम माना जा रहा है। इसीलिए प्रधानमंत्री ने अपने आवास पर आज बैठक बुलाकर वरिष्‍ठ मंत्रियों के साथ दो घंटे तक हालातों पर चर्चा की। बैठक के बाद केन्‍द्रीय कृषिमंत्री ने कहा कि उम्‍मीद है कि आज किसानों के साथ सकारात्‍मक वार्ता होगी और किसान आंदोलन समाप्‍त करेंगे।

पीएम मोदी के साथ किसान आंदोलन को लेकर गृहमंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल की बैठक करीब 11.40 बजे खत्म हो गई। यह बैठक करीब दो घंटे चली। बैठक से पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आज दोपहर 2 बजे किसानों के साथ एक बैठक निर्धारित है।.मुझे बहुत उम्मीद है कि किसान सकारात्मक सोचेंगे और अपना आंदोलन समाप्त करेंगे।

वहीं इस बीच, किसान महापंचायत के नेता रामपाल जाट ने कहा कि सरकार को तीन काले कानूनों को वापस लेने की घोषणा करनी चाहिए और उसे लिखित में देना होगा कि एमएसपी जारी रहेगी। अगर आज की वार्ता से कोई सकारात्मक नतीजा नहीं निकलता है, तो राजस्थान के किसान एनएच-8 के साथ दिल्ली की ओर मार्च करेंगे और जंतर मंतर पर डेरा डालेंगे।

बता दें कि किसान कृषि कानून वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर ठोस भरोसा चाहते है। केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की बात तो नहीं मान रही है लेकिन किसानों की कुछ ऐसी मांग हैं जिनपर वह राजी होती दिखाई दे रही है।