इन्होंने दी थी गैंगस्टर विकास दुबे के उज्जैन महाकाल मन्दिर में होने की खबर, मिलेंगे ईनाम के पांच लाख, जानिए कौन हैं वो लोग, इस खबर में…

न्यूज टुडे नेटवर्क। गैंगस्टर विकास दुबे का सुराग देने वाले लोगों की उज्जैन पुलिस ने पहचान कर ली है। अब इन्हें गैंगस्टर दुबे पर सरकार से घोषित ईनाम की पांच लाख रूपए रकम देने की प्रक्रिया चल रही है। गौरतलब है कि कानपुर के बिकरू गांव में सीओ देवेंद्र मिश्र और आठ पुलिस कर्मियों के
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इन्होंने दी थी गैंगस्टर विकास दुबे के उज्जैन महाकाल मन्दिर में होने की खबर, मिलेंगे ईनाम के पांच लाख, जानिए कौन हैं वो लोग, इस खबर में…

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। गैंगस्‍टर विकास दुबे का सुराग देने वाले लोगों की उज्‍जैन पुलिस ने पहचान कर ली है। अब इन्‍हें गैंगस्‍टर दुबे पर सरकार से घोषित ईनाम की पांच लाख रूपए रकम देने की प्रक्रिया चल रही है। गौरतलब है कि कानपुर के बिकरू गांव में सीओ देवेंद्र मिश्र और आठ पुलिस कर्मियों के बहुचचिर्चत हत्‍याकांड में गैंगस्‍टर विकास दुबे मुख्‍य आरोपी था और सरकार ने उस पर पांच लाख रूपए का ईनाम घोषित किया था।

उज्‍जैन जोन आईजी राकेश गुप्‍ता ने बताया कि स्‍थानीय पुलिस के द्वारा इन छह लोगों की पहचान कर ली गई है जिन्‍होंने उज्‍जैन के महाकाल मन्‍दिर में गैंगस्‍टर विकास दुबे के होने की खबर पुलिस को दी थी। उधर, इनाम के लिए चिन्हित सुरेश कंहार ने यूपी जाकर इनाम लेने में खतरे की आंशका जताई है। गौरतलब है कि गैंगस्टर विकास दुबे कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के छह दिन बाद फरारी काटते हुए नौ जुलाई को उज्जैन के महाकाल मंदिर में पकड़ा गया था।

यहां उसे सबसे पहले मंदिर के बाहर हारफूल बेचने वाले सुरेश कहार ने पहचाना। उसने मंदिर के निजी सिक्योरिटी गार्ड राहुल शर्मा व धर्मेंद्र परमार को बताया। सुरेश ने बताया था कि वह न्यूज चैनलों में विकास दुबे की फोटो देखा था। जब उसकी दुकान पर वह फूल लेने आया, तो उसे आशंका हुई कि कहीं यह विकास दुबे तो नहीं है? इसके बाद ही उसने मंदिर सुरक्षाकर्मियों को बताया। उसके बाद तीनों ने महाकाल पुलिस चौकी के आरक्षक विजय राठौरजितेंद्र कुमार और परशराम को जानकारी दी। तीनों पुलिसकर्मी विकास को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर चौकी आए थे।