इंसानियत सबसे बड़ा धर्म, मैं खुशकिस्मत हूं कि अल्लाह ने मुझे दूसरों की मदद करने लायक बनाया: हाजी शकील कुरैशी

मारिया डे के चेयरमैन ने कहा, मैं कोशिश करता हूं कि मेरे आसपास कोई भूखा न सोए, हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचाने की होती है कोशिश ऊपर वाले की प्रेरणा से कर रहा हूं लोगों की मदद, वरना मैं भी एक आम इंसान, रोजाना 1500 से अधिक लोगों तक पहुंच रही है मदद न्यूज
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इंसानियत सबसे बड़ा धर्म, मैं खुशकिस्मत हूं कि अल्लाह ने मुझे दूसरों की मदद करने लायक बनाया: हाजी शकील कुरैशी

मारिया डे के चेयरमैन ने कहा, मैं कोशिश करता हूं कि मेरे आसपास कोई भूखा न सोए, हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचाने की होती है कोशिश
ऊपर वाले की प्रेरणा से कर रहा हूं लोगों की मदद, वरना मैं भी एक आम इंसान, रोजाना 1500 से अधिक लोगों तक पहुंच रही है मदद  

न्यूज टुडे नेटवर्क, अजय मिश्रा।
लॉकडाउन के दौरान खाने और राशन के लिए परेशान लोगों तक मारिया डे की टीम रोजाना उम्मीद की नई किरण लेकर पहुंच रही है। मारिया डे ग्रुप के चेयरमैन हाजी शकील कुरैशी की अगुवाई में 2,000 से अधिक लोगों को खाना राशन और दवाएं बांटी जा रही हैं। रोजाना की तरह अपने टीम के साथ लोगों के लिए खाना तैयार करा रहे हाजी शकील कुरैशी से न्यूज़ टुडे नेटवर्क की टीम ने गुरुवार को खास बातचीत की।
इंसानियत सबसे बड़ा धर्म, मैं खुशकिस्मत हूं कि अल्लाह ने मुझे दूसरों की मदद करने लायक बनाया: हाजी शकील कुरैशी
हाजी शकील ने अपने ही घर में किचन तैयार कराया है। लोगों तक गुणवत्तापूर्ण खाना पहुंच सके इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। खाने को तैयार कराने के बाद उसे एयरटाइट डिब्बों में पैक कराया जा रहा है। खाना तैयार होने के बाद मारिया डे के मैनेजर इंसान अहमद जरूरतमंदों के फोन का इंतजार करते हैं। फोन आते ही टीम खाना और राशन लेकर मदद करो की तरफ रुख कर देती है। यह सिलसिला लॉक डाउन के पहले दिन से चल रहा है।

हाजी शकील ने बताया कि जहां से भी खाने की मांग आती है उनकी टीम तुरंत मदद लेकर पहुंच जाती है। इसके लिए प्रशासन और पुलिस से भी मदद ली जाती है। नोडल अधिकारी जिस इलाके में जरूरत बताते हैं, टीम वहां जल्द से जल्द पहुंचकर लोगों की मदद कर देती है। लोगों को बेहतर और पौष्टिक खाना मिले इसके लिए वह पहले दिन से प्रयास कर रहे हैं।
इंसानियत सबसे बड़ा धर्म, मैं खुशकिस्मत हूं कि अल्लाह ने मुझे दूसरों की मदद करने लायक बनाया: हाजी शकील कुरैशी
मेरी नजर में इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म
हाजी शकील कहते हैं,  मेरी नजर में इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है। इंसान होकर हमें इंसान के काम आना चाहिए। मेरे पास जो कुछ भी है, वह सब ऊपर वाले का दिया हुआ है। ऊपरवाला चाहता है इसलिए मैं लोगों की मदद कर रहा हूं। वरना मैं भी आम लोगों की तरह सिर्फ एक इंसान हूं। लोगों की मदद करके मैं ऊपरवाले का शुक्रिया अदा करने की कोशिश करता हूं। अगर मेरी कोशिशों में कोई कमी रह जाती हो तो वह मुझे माफ करे।
इंसानियत सबसे बड़ा धर्म, मैं खुशकिस्मत हूं कि अल्लाह ने मुझे दूसरों की मदद करने लायक बनाया: हाजी शकील कुरैशी
जो लोग मांग नहीं पाते उन तक भी पहुंचा रहे हैं मदद
हाजी शकील ने बताया कि लॉकडाउन में तमाम लोग ऐसे भी हैं जो शर्म और संकोच के चलते मदद नहीं मांग पा रहे हैं। या यूं कह लीजिए कि उनका स्वाभिमान उन्हें ऐसा नहीं करने दे रहा है। हम ऐसे लोगों का पता लगा कर चुपचाप उनके घरों तक राशन पहुंचा रहे हैं। इस बात का ध्यान रख रहे हैं की उन तक मदद पहुंचाने में कोई शोर ना हो जिससे वह किसी भी तरह आहत ना हों। हमारा मकसद लोगों की मदद करना है सुर्खियां बटोर नहीं।
इंसानियत सबसे बड़ा धर्म, मैं खुशकिस्मत हूं कि अल्लाह ने मुझे दूसरों की मदद करने लायक बनाया: हाजी शकील कुरैशी
सब साथ आएं कोई तो भी भूखा नहीं सोएगा
हाजी शकील ने बताया कि लॉकडाउन जैसी मुश्किल घड़ी में सबको साथ आने की जरूरत है। सब लोग एक साथ आएंगे तो कोई भी भूखा नहीं सोएगा। उन्होंने कहा वह हर जरूरतमंद तक खाना पहुंचाने की कोशिश करते हैं, दिन भर की कोशिशों के बाद भी अगर कोई भूखा सोता हो तो ऊपरवाला उन्हें इस गुनाह के लिए माफ कर दे। हम इंसानियत की सेवा में लगे हैं और ऐसे ही लगे रहेंगे।
इंसानियत सबसे बड़ा धर्म, मैं खुशकिस्मत हूं कि अल्लाह ने मुझे दूसरों की मदद करने लायक बनाया: हाजी शकील कुरैशी
कुछ इस तरह काम करती है हाजी की टीम
जरूरतमंदों तक भोजन और राशन पहुंचाने के लिए हाजी शकील ने अपने ही घर में कम्युनिटी किशन और कंट्रोल रूम बनाया है। वह खुद अपनी पत्नी परवीन कुरेशी के साथ इस पर नजर रखते हैं। सुबह से ही शहर के कुशल कारीगरों की देखरेख में खाना तैयार कराया जाता है इसके बाद खाने को एयरटाइट डिब्बों में पैक कराया जाता है। पीने के पानी से किसी तरह का संक्रमण न हो इसके लिए सबको खाने के साथ बोतल बंद पानी दिया जाता है। खाना और राशन के पैकेट तैयार करने के बाद वह इन्हें मारिया डे के मैनेजर ईशान अहमद को सौंप देते हैं। ईशान लोगों को लिए मदद लेकर घर घर पहुंचते हैं। यह सिलसिला दोपहर से देर रात तक चलता है।

हाजी शकील से खास बातचीत का वीडियो यहां देखें
https://www.facebook.com/NewsTodayNetworkUttarPradesh/videos/854098611737996/
भोजन और मदद के लिए 7017302686 पर फोन करें लोग
हाजी शकील कुरैशी ने बताया कि वह अपनी तरफ से हर जरूरतमंद तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बावजूद अगर कोई छूट रहा है तो वह हेल्पलाइन नंबर 7017302686 पर फोन कर सकता है। उनकी कोशिश होगी की फोन करने वाले हर शख्स तक हर संभव मदद पहुंचाई जाए। हाजी ने कहा की लॉक डाउन रहने तक लोगों की मदद का सिलसिला ऐसे ही चलता रहेगा।