आरपीएफ रेलवे टिकट की कालाबाजारी पर कसेगा नकेल

Black Marketing of E-ticket: रेलवे सुरक्षा बल (Railway Protection Force) अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के ई-टिकट कालाबाजारी (E-ticket black marketing) से बचाने के लिए देशभर में साइबर सेल (cyber cell) बना रहा है। यह गिरोह अवैध सॉफ्टवेयर (Illegal Software) की मदद से सालाना 1000 करोड़ रुपए से अधिक की काली कमाई कर रहा था। देश में पहली
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आरपीएफ रेलवे टिकट की कालाबाजारी पर कसेगा नकेल

Black Marketing of E-ticket: रेलवे सुरक्षा बल (Railway Protection Force) अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के ई-टिकट कालाबाजारी (E-ticket black marketing) से बचाने के लिए देशभर में साइबर सेल (cyber cell) बना रहा है। यह गिरोह अवैध सॉफ्टवेयर  (Illegal Software) की मदद से सालाना 1000 करोड़ रुपए से अधिक की काली कमाई कर रहा था।
आरपीएफ रेलवे टिकट की कालाबाजारी पर कसेगा नकेल
देश में पहली बार हैकिंग (hacking) के दुनिया के दिग्गज सॉफ्टवेयर के पेशेवरों की सहायता से अवैध सॉफ्टवेयर  के जरिए देश-विदेश से आईआरसीटीसी (IRCTC) की वेबसाइट से सेंधमारी कर कंफर्म टिकट  (confirm ticket) करने वालों को पकड़ा जाएगा। माना जा रहा है कि आरपीएफ साइबर पेट्रोलिंग नेटवर्क (cyber patrolling network) बनाने के बाद आईआरसीटीसी की वेबसाइट (website) में धोखाधड़ी करने पर अंकुश लग जाएगा।

रेलवे बोर्ड (railway board) के अधिकारियों ने बताया कि आरपीएफ ने पिछले एक साल में टिकट कालाबाजारी से जुड़े अंतरराष्ट्रीय गिरोह के 60 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह का मास्टरमाइंड (mastermind) गुलाम मुस्तफा तो पकड़ा गया है लेकिन गिरोह का सरगना हामिद अशरफ व टेक्निकल हेड (technical head) गुरु का नेपाल अथवा दुबई में होने की संभावना है। यह गिरोह अवैध सॉफ्टवेयर एएनएमएस (ANMS Software) की मदद से सालाना 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा काला धन कमा रहा था। अधिकारियों ने बताया की गुलाम मुस्तफा की सालाना कमाई 180 करोड़ रुपए थी और इसके एसबीआई (SBI) में 2400 और ग्रामीण बैंकों (rural banks) में 600 खातों की जांच चल रही है।

इस गिरोह के संपर्क पाकिस्तान (Pakistan), बांग्लादेश (Bangladesh), दुबई (Dubai), सिंगापुर (Singapore) आदि जैसे देशों से जुड़े हैं। कमाए गये काले धन का प्रयोग आतंकवाद जैसी गैरकानूनी गतिविधियों में हो रहा था। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि अन्य गिरोह भी ई-टिकट (E-Ticket) की कालाबाजारी में लिप्त हैं। इसलिए आरपीएफ ने हैदराबाद, बेंगलुरु और पुणे में साइबर सेल (cyber cell) बनाने का काम शुरू कर दिया है। इससे एडवांस टिकट बुकिंग (advance ticket booking) व तत्काल टिकट बुकिंग (Tatkal ticket booking) के समय धोखाधड़ी कर टिकट कंफर्म करने वालों को पकड़ा जा सकेगा।