अयोध्या में सुरक्षा को देखते हुए पुलिस बलों के अतिरिक्त एक अलग सुरक्षा घेरे की होगी तैयारी
अयोध्या (Ayodhya) में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (Ram Janmabhoomi Tirth Kshetra) के पदाधिकारियों का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने भले ही इस विवाद का फैसला कर दिया हो, लेकिन पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन अपनी ओर से जख्मों को कुरेदते ही रहेंगे। ट्रस्ट ने इस बात को लेकर जन सामान्य को भी जागरूक करना चाहता है, जिसके लिए ट्रस्ट की योजना है कि हर महीने की एकादशी को रामकोट की परिक्रमा (Parikrama) हो और इस परिक्रमा में आम श्रद्धालुगण भी शामिल हो।
ऐसा करने से सुरक्षाबलों (Security Forces) की अतिरिक्त एक अलग सुरक्षा घेरा तैयार होगा। जिससे बाहरी तत्वों के प्रति आम नागरिक स्वयं भी सतर्क होंगे। प्रत्येक महीने में दो एकादशी (Ekadashi) होती हैं। एक कृष्ण पक्ष की और दूसरी शुक्ल पक्ष की। एकादशी पर यहां पंचकोसी परिक्रमा का विधान है, लेकिन इस परिक्रमा में सिर्फ कुछ साधु-संत व साधकगण ही हिस्सा लेते हैं। हालांकि कार्तिक शुक्ल एकादशी को देवोत्थानी एकादशी भी कहते हैं। इस एकादशी के अवसर पर देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु परिक्रमा करते हैं। लगभग 15 किलोमीटर से अधिक की परिधि में होने वाली इस परिक्रमा को पूर्ण करने में सामान्यता तीन से चार घंटे का समय लगता है।